नई दिल्ली: भारत की स्टार महिला धावक दुती चंद ने समाजिक मान्यताओं से बाहर निकलते हुए लोगों से जाति, धर्म, लिंग को बिना देखे लोगों के एक दूसरे से प्यार करने की अपील की है. दुती भारत की पहली समलैंगिक खिलाड़ी हैं और वो लगातार समलैंगिकसमुदाय के समर्थन में बोलती रही हैं.
दुती ने हैदराबाद में अमेरिका के काउंसिल जनरल जोए रेइफमैन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस पर बात करते हुए कहा,"कोई किसी के साथ कभी भी प्यार में पड़ सकता है. कोई धर्म, लिंग जाति के आधार पर इस पर फैसला नहीं ले सकता."
दुती ने जब अपने समलैंगिक रिश्ते की बात जाहिर की थी तो उन्हें अपने घर में ही विरोध का सामना करना पड़ा था. उन्होंने कहा कि लोग उन्हें कई नामों से बुलाते थे लेकिन उन पर कभी इस बात का असर नहीं हुआ.
दुती ने कहा,"मेरे साथी ने मेरा हमेशा साथ दिया और मैंने उसे अपनी जिदंगी के लिए चुना है. लोग हमें अलग तरह से देख सकते हैं और चाहे गे, लेस्बियन जिस नाम से चाहें बुला सकते हैं."
उन्होंने कहा,"ये अभी तक मायने नहीं रखता है क्योंकि हम अपनी जिंदगी साथ बिता रहे हैं. जो लोग भी प्यार में हैं, लेकिन इस दुनिया से डरते हैं, आप सभी को हिम्मत दिखानी चाहिए क्योंकि विश्व ने हमेशा अच्छी चीजों को कबूल करने में समय लगाया है. इसलिए डरें नहीं क्योंकि ये आपकी जिंदगी है और आपकी खुशी है."
सार्वजनिक तौर पर खुलासा करने के बाद दुती विश्व विश्वविद्यालय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ी बनी थी. उन्होंने 100 मीटर बाधा दौड़ का खिताब 11.32 सेकेंड के समय के साथ जीता था. दुती महिला 100 मीटर में 11.26 सेकेंड के समय के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं.