नई दिल्ली : भारत की शीर्ष स्क्वाश खिलाड़ी दीपिका पल्लीकल ने अप्रैल 2018 के बाद से कोच नियुक्त करने में विफल रहने के कारण राष्ट्रीय महासंघ (एसएफआरआई) के रवैये की आलोचना करते हुए देश में इस खेल की मौजूदा स्थिति को 'निराशाजनक' बताया है.
पिछले साल अप्रैल में राष्ट्रमंडल खेलों से पहले मिस्र के अचराफ करगुई ने खफा होकर भारतीय टीम से नाता तोड़ लिया था जिसके बाद से भारतीय खिलाड़ी किसी पूर्णकालिक विदेशी कोच के बिना प्रशिक्षण ले रहे है.
'भारतीय स्क्वाश की मौजूदा स्थिति को देखकर निराशा होती है' - Disappointed to see the current state of Indian Squash
पिछले साल अप्रैल में राष्ट्रमंडल खेलों से पहले मिस्र के अचराफ करगुई ने खफा होकर भारतीय टीम से नाता तोड़ लिया था जिसके बाद से भारतीय खिलाड़ी किसी पूर्णकालिक विदेशी कोच के बिना प्रशिक्षण ले रहे है.
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रैंकिंग में शीष 10 में जगह बनाने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बनी दीपिका ने कहा, 'भारत को को विश्व स्तर पर इस खेल की बड़ी ताकत बनाने के लिए भारतीय स्क्वाश रैकेट महासंघ (एसआरएफआई) को मजबूत संरचना की जरूरत है.
उन्होंने कहा, 'हमारे पास ना तो उचित संचरना है, ना ही कार्यक्रम. विश्व चैम्पियन बनने के लिए काफी योजना बनानी होती है. कोच के बिना देश में इस मामले में अच्छा परिदृश्य नहीं है.'