नई दिल्ली :अगले महीने होने वाले दिल्ली विश्व कप में भाग लेने के लिए आने वाले इंग्लैंड के निशानेबाजों को 14 दिन तक क्वारंटीन में रहने को कहा गया है, लेकिन इंग्लैंड के निशानेबाजों ने सात दिन के क्वारंटीन की मांग की है.
इंग्लिश निशानेबाजों ने इसके लिए अपनी क्रिकेट टीम का हवाला दिया है, जोकि इस महीने की शुरुआत में भारत के साथ टेस्ट सीरीज खेलने से पहले सात दिन तक क्वारंटीन में थी.
आईएसएसएफ राइफल/पिस्टल/शॉटगन विश्व कप का आयोजन नई दिल्ली में 18 से 29 मार्च तक किया जाएगा.
इंग्लैंड में नए तरह के कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं और इसलिए टूर्नामेंट में भाग लेने वाले अन्य निशानेबाजों की तुलना में इंग्लैंड के निशानेबाजों को सात दिन ज्यादा क्वारंटीन में रहने को कहा गया है.
12 दिवसीय विश्व कप के आयोजक-राष्ट्रीय भारतीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने इंग्लैंड के निशानेबाजों के इस अनुरोध को स्वास्थ्य मंत्रालय के पास भेज दिया है. एनआरएआई ने मंत्रालय से अनुरोध किया है कि 14 दिन की क्वारंटीन अवधि को कम करके सात दिन कर कर दिया जाए क्योंकि वे प्रतिस्पर्धा करने के इच्छुक हैं.
एनआरएआई के एक अधिकारी ने कहा, " हमें उम्मीद है कि सरकार से हमें सकारात्मक जवाब मिलेगा."
कोरिया, सिंगापुर, अमेरिका, ब्रिटेन, ईरान, यूक्रेन, फ्रांस, हंगरी, इटली, थाईलैंड और तुर्की सहित कुल 42 देशों ने अब तक इस टूर्नामेंट में भाग लेने की पुष्टि की है. सभी निशानेबाजों के चयन एनआरएआई रैंकिग के आधार पर किए गए हैं.
चीन, जापान, जर्मनी, रूस, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, कुवैत और मलेशिया अपने निशानेबाजों को इस टूर्नामेंट के लिए यहां नहीं भेजेंगे.
अधिकारी ने कहा, " स्वास्थ्य मंत्रालय ने इंग्लैंड से आने वाले यात्रियों के लिए कड़े नियम बनाए हैं, क्योंकि वह देश एक नए कोरोनोवायरस का सामना कर रहा है, जिसे अधिक संक्रामक माना जाता है. 14 दिनों का क्वारंटीन नियम वायरस के प्रसार से बचने के लिए एक एहतियाती उपाय है."
सभी निशानेबाजों को खेल प्रतियोगिता को फिर से शुरू करने के लिए भारत सरकार द्वारा घोषित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करना होगा.
अधिकारी ने कहा, "प्रोटोकॉल के अनुसार, सभी प्रतियोगियों के आगमन पर उनके होटल में उन्हें टेस्ट किया जाएगा. आयोजन समिति रोजाना के आधार पर निशानेबाजों के तापमान की जांच करने के लिए स्वचालित मशीनों को भी स्थापित करेगी."
इंग्लैंड के निशानेबाज प्रतिस्पर्धा करने के लिए उत्सुक हैं, लेकिन उनके जूरी अधिकारी विश्व कप के लिए भारत नहीं आ रहे हैं.