नई दिल्ली: शॉटगन को छोड़कर भारतीय निशानेबाजों का अंतिम अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट चीन के पुतियान में सत्र का अंतिम आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल्स था जिसमें उन्होंने काफी पदक जीते थे। इसके बाद महामारी के कारण पिछले साल मार्च से ही सामान्य जीवन बाधित हो गया.
भारत के अनुभवी राइफल निशानेबाज संजीव राजपूत राजपूत ने टूर्नामेंट की पूर्व संध्या पर कहा, ''ये विश्व कप इस मायने में महत्वूपर्ण है कि ये निशानेबाजों के लिये ओलंपिक से पहले परीक्षण टूर्नामेंट के तौर पर काम कर सकता है.''
उन्होंने कहा, ''इसे ओलंपिक से पहले 'ड्रेस रिहर्सल' भी कहा जा सकता है। इससे रैंकिंग के आधार पर कोटा भी मिलेंगे और जिन निशानेबाजों को अभी कोटा हासिल करना है, वे निश्चित रूप से यहां इसमें ये हासिल करना चाहेंगे.''
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चालीस वर्षीय राजपूत ने 2019 रियो डि जिनेरियो विश्व कप में टोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल किया था, जिसमें उन्होंने पुरूष 50 मीटर राइफल थ्री पॉजिशन स्पर्धा में रजत पदक जीता था.