नई दिल्ली:साल 2002 में भारत की ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीत में एक अभिन्न भूमिका निभाने वाली भारत की पूर्व गोलकीपर हेलेन मैरी ने कहा, 2002 राष्ट्रमंडल खेलों का अभियान मेरा पसंदीदा क्षणों में से एक है. उन्होंने कहा, जिस तरह से हमने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्रॉसओवर मैच में वापसी की, उससे हमारा मनोबल बढ़ा. पहले हाफ में 0-3 से पीछे रहने के बाद अतिरिक्त समय में मैच 4-3 से जीतने के लिए हमने अच्छा खेल दिखाया. हमने फिर सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 2-1 हराया और मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ 3-2 से जीत दर्ज की. यह पिछले आठ-नौ महीनों में की गई कड़ी मेहनत का नतीजा था और टीम की एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत थी.
महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान असुंता लाकड़ा ने साल 2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स के अपने पसंदीदा पल को याद किया, जहां भारत ने फाइनल में मेजबान ऑस्ट्रेलिया से 0-1 से हारकर रजत पदक जीता था. उन्होंने कहा, सीनियर टीम के साथ यह मेरा पहला बड़ा टूर्नामेंट था और मैंने अपना पहला गोल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही शुरुआती गेम में किया था, इसलिए यह राष्ट्रमंडल खेलों का मेरा पसंदीदा पल है. हम बहुत कम अंतर से स्वर्ण पदक से चूक गए, लेकिन कुल मिलाकर यह शानदार अनुभव था. इस बीच, मौजूदा खिलाड़ी नवजोत कौर और नवनीत कौर ने भी राष्ट्रमंडल खेलों के अपने यादगार पलों को साझा किया.
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