प्रियंका गांधी ने डब्ल्यूएफआई के निलंबन को झूठा बताते हुए बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप - प्रियंका गांधी डब्ल्यूएफआई के निलंबन को बताया झूठा
भारतीय कुश्ती महासंघ और भारतीय पहलवानों के बीच चल रहा विवाद अब आगे बढ़ गया है. इस विवाद में अब कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा की एंट्री हो चुकी है. उन्होंने बीजेप सरकार और खेल मंत्रालय पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनकी मानें तो कुश्ती महासंघ का निलंबन झूठा है.
नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ का नया अध्यक्ष संजस सिंह को चुना गया था. इसके बाद भारतीय पहलवानों ने उनके विरोध में बड़े फैसले लिए और साक्षी मलिक ने संन्यास का ऐलान किया तो बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया. इसके बाद 24 दिसंबर को खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया और नई कमेटी का कामकाज और गतिविधियों पर रोक लगा दी.
अब इस मामले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा सरकार समते खेल मंत्रालय और भारतीय कुंश्ती महासंघ पर गंभीर आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है. उनकी माने तो डब्ल्यूएफआई को निलंबित करने की खबर सिर्फ एक अफवाह है.
प्रियंका गांधी वाड्रा के भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप उन्होंने लिखा है कि,'भाजपा सरकार कुश्ती संघ को भंग करने की झूठी खबर फैला रही है. कुश्ती संघ को भंग नहीं किया गया है, सिर्फ उसकी गतिविधियों को रोका गया है ताकि भ्रम फैलाकर आरोपी को बचाया जा सके. एक पीड़ित महिला की आवाज दबाने के लिए इस स्तर पर जाना पड़ रहा है'.
प्रियंका ने आगे लिखा कि,'देश को गौरवान्वित करने वाली नामचीन खिलाड़ियों ने भाजपा सांसद पर यौन शोषण का आरोप लगाया तो सरकार आरोपी के साथ खड़ी हो गई. पीड़िताओं को प्रताड़ित और आरोपी को पुरस्कृत किया. प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. महिला पहलवानों से आंदोलन वापस लेने की एवज में दिये गये आश्वासन को गृहमंत्री भूल गए'.
प्रियंका यहीं नहीं रूकी और आगे लिखा कि,'अहंकार की पराकाष्ठा यह कि जिस भाजपा सांसद पर महिला खिलाड़ियों के यौन शोषण का आरोप है, उसने खुद ये भी फैसला करवा लिया कि अगला नेशनल गेम उसी के जिले में, उसी के कॉलेज ग्राउंड पर खेला जाएगा. इस अंधेरगर्दी और अन्याय से हारकर ओलंपिक विजेता साक्षी मलिक ने कुश्ती ही छोड़ दी, खिलाड़ी अपने पुरस्कार वापस करने लगे तो सरकार अफवाह फैला रही है'.
उन्होंने आगे लिखा,'जहां भी किसी महिला पर अत्याचार होता है, यह सरकार अपनी पूरी सत्ता की ताकत के साथ आरोपी को बचाती है और पीड़ित को ही प्रताड़ित करती है. आज हर क्षेत्र में महिला नेतृत्व की बात होती है लेकिन सत्ता में बैठे लोग ही आगे बढ़ रही महिलाओं को प्रताड़ित करने, दबाने और हतोत्साहित करने में लगे हैं. देश की जनता, देश की महिलाएं यह सब देख रही हैं'.