बर्मिंघम:कॉमनवेल्थ गेम्स के 22वें एडिशन का आयोजिन बर्मिंघम में हो रहा है. आज यानी 30 जुलाई शनिवार को इवेंट्स का दूसरा दिन है. कई स्पर्धाओं में खिलाड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं, जिसमें मेडल-मैच भी शामिल हैं
संकेत महादेव सरगर ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को पहला रजत पदक दिला दिया है. महाराष्ट्र के सांगली के रहने वाली इस 21 साल के भरोत्तोलक ने 55 किग्रा भारवर्ग में इतिहास रच दिया. क्लीन एंड जर्क के दूसरे राउंड में चोटिल होने के बावजूद सरगर ने स्वर्ण के लिए प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सके. तीन बार के राष्ट्रीय चैंपियन और पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में रजत जीतने वाले संकेत स्वभाव से शर्मीले हैं और मुकाबलों के दौरान अपनी टीम के सपोर्ट स्टाफ के अलावा किसी से बात नहीं करते हैं.
संकेत महाराष्ट्र के सांगली में पिता की पान की दुकान और खाने की दुकान में मदद करते हैं. वह अपने पिता को अब आराम करते हुए देखना चाहते हैं. संकेत ने इस साल फरवरी में सिंगापुर वेटलिफ्टिंग इंटरनेशनल में 256 किग्रा (स्नैच में 113 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 143 किग्रा) उठाकर कॉमनवेल्थ और राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया था.
सरगर के पिता महादेव सरगर ने कहा, मैं अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए चाय और पान की दुकान चलाता हूं. मेरे बेटे ने हरियाणा (खेलो इंडिया यूथ गेम्स) में महाराष्ट्र के लिए स्वर्ण पदक जीता था और अब बेटे ने राष्ट्रमंडल खेलों में पहला पदक जीता है. मैं बहुत उत्साहित हूं.
संकेत ने हाल ही में कहा था, अगर वह स्वर्ण जीत लेते हैं तो अपने पिता की मदद करेंगे. उन्होंने मेरे लिए काफी दुख उठाए हैं. मैं उन्हें अब खुशियां देना चाहता हूं. संकेत अब पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण जीतना चाहते हैं.