नई दिल्ली: मंगलवार से यहां शुरू होने वाली एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए चीन के पहलवानों को वीजा देने से मना कर दिया गया है.
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के सहसचिव विनोद तोमर ने मीडिया से इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि चीन के 40 सदस्य दल को एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए नई दिल्ली आना था, लेकिन अब उन्हें वीजा देने से मना कर दिया गया है.
तोमर ने कहा, "उन्हें (चीन के पहलवानों को) वीजा नहीं मिला है और अब एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने का उनके पास कोई मौका नहीं है."
भारत ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पिछले महीने 15 जनवरी को ही चीन के पहलवानों को वीजा जारी करना रोक दिया था.
कोरोना वायरस से बचाव करते चीन के लोग इसके बाद अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने पांच फरवरी को कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए चीनी और पाकिस्तानी पहलवानों को वीजा जारी कर दिया जाएगा.
पाकिस्तान के छह सदस्यीय दल में एक रेफरी, एक कोच और चार पहलवान हैं. इन चार पहलवानों में मोहम्मद बिलाल (57 किग्रा), अब्दुल रहमान (74 किग्रा), तैयब रजा (97 किग्रा) और जमान अनवर (125 किग्रा) शामिल हैं.
वीजा मिलने के बाद अब पाकिस्तान का छह सदस्यीय दल एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए भारत आएंगे. पाकिस्तानी दल के 18 फरवरी को भारत पहुंचने की संभावना है.
डब्ल्यूएफआई के सामूहिक प्रयास के बाद छह पाकिस्तानी पहलवानों को चैंपियनशिप के लिए शनिवार को ही वीजा मुहैया कराया गया था, जबकि चीनी पहलवानों को सोमवार तक का इंतजार करने को कहा गया था.
एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप का शेड्यूल तोमर ने कहा, "स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है और ये वायरस बेहद खतरनाक है. इससे कई लोगों को खतरा है, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय मामला है."
कोराना वायरस के कारण चीन में कई सारे खेल टूर्नामेंट स्थगित या फिर स्थानांतरित किए जा चुके हैं. कोराना वायरस के कारण चीन में अब तक करीब 1600 लोगों की मौत हो चुकी है.