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चीन भारतीय सेना को हल्के में न ले : मुक्केबाज कविंदर

चीन के साथ तनातनी पर भारतीय वायुसेना के जूनियर वारंट अधिकारी और मुक्केबाज कविंदर सिंह बिष्ट ने कहा है कि मेरा देश पहले आता है, वायुसेना का सदस्य होन के नाते मैं किसी भी समय देश की सुरक्षा करने के लिए तैयार हूं.

मुक्केबाज कविंदर
मुक्केबाज कविंदर

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Published : Sep 10, 2020, 6:40 AM IST

नई दिल्ली:चीन ने हाल ही में कहा था कि अगर भारत और चीन में युद्ध होता है तो भारत उसके आगे कहीं भी नहीं ठहरेगा, हालांकि राष्ट्रीय मुक्केबाज और भारतीय वायुसेना (आईएएफ) में पदस्थ कविंदर सिंह बिष्ट ने बुधवार को कहा चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि वो भारतीय सेना को हल्के में न लें. कविंदर ने साथ ही चीन पर चुटकी लेते हुए कहा कि चीन का सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा नहीं है.

दोनों देशों के बीच एलएसी में विवाद बढ़ गया है. मंगलवार को दोनों देशों की सीमा पर नया विवाद हुआ जिससे माहौल और गर्मा दिया.

इस समय पटियाला में राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा ले रहे कविंदर ने एजेंसी से कहा कि कोविड-19 और चीन की चालों के कारण देश बड़ी मुश्किल से गुजर रहा है.

आईएएफ जूनियर वारंट अधिकारी कविंदर सिंह बिष्ट

आईएएफ जूनियर वारंट अधिकारी कविंदर ने कहा, "चीन समझता है कि वो कुछ भी कर सकता है और बच निकलेगा. समय बदल चुका है और हम एक मजबूत देश बन गए हैं. उनका दावा है कि भारत उनके खिलाफ जंग नहीं जीत सकता, ये काफी मजाकिया है. उनका सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा नहीं है."

उन्होंने कहा, "हम भारतीय कभी भी लड़ाई में यकीन नहीं करते लेकिन इसका मतलब नहीं है कि हम कमजोर हैं. हम शांति में विश्वास रखते हैं. चीन को भारतीय सेना को हल्के में नहीं लेना चाहिए. जब भी भारतीय वायुसेना मुझे बुलाएगी मैं चला जाऊंगा. मैं वहां सब कुछ छोड़कर चला जाऊंगा. मेरा देश पहले आता है. वायुसेना का सदस्य होन के नाते मैं किसी भी समय देश की सुरक्षा करने के लिए तैयार हूं."

मुक्केबाजी पर लौटते हुए 57 किलोग्राम भारवर्ग में खेलने वाले कविंदर ने कहा कि वो अपनी ताकत को बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं.

उन्होंने कहा, "हम काफी ज्यादा रनिंग कर रहा हूं, क्योंकि कोविड-19 प्रोटोकॉल्स के कारण हम मुक्केबाजी नहीं कर सकते. हमारा पूरा ध्यान एक्सरसाइज और अपनी ताकत को मजबूत करने पर है."

मुक्केबाज कविंदर सिंह बिष्ट

उन्होंने कहा, "प्रशिक्षकों ने हमें बताया चाहे हम शैडो प्रैक्टिस करें या पंचिंग बैग का इस्तेमाल, हमें हर पंच में अपनी पूरी ताकत लगा देनी चाहिए."

उनसे जब पूछा गया कि क्या ओलंपिक के स्थगित होने से मुक्केबाजों को फायदा होगा? तो उन्होंने कहा कि इससे हर किसी को फायदा होगा.

उन्होंने कहा, "अभी कुछ भी नहीं हो रहा है इसलिए अतिरिक्त समय मिलना हमेशा फायदेमंद होता है."

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