भुवनेश्वर: हॉकी विश्व कप 2023 (Hockey World Cup 2023) में अब छह दिन बचे हैं. विश्व कप में भाग लेने के लिए टीमें भारत पहुंच रहीं हैं. नीदरलैंड्स के बाद चिली (Chile) की टीम गुरुवार को भारत पहुंच गई. भुवनेश्वर पहुंचने पर टीम का भव्य स्वागत किया गया. 13 जनवरी से भुवनेश्वर और राउरकेला में विश्व कप का आगाज होगा. ग्रुप सी में चीली को नीदरलैंड, मलेशिया और न्यूजीलैंड जैसी कठिन टीमों से मुकाबला करना होगा.
चिली अपना पहला विश्व कप खेल रहा और फर्नांडो रेन्ज (Fernando Renz) को टीम की कप्तानी सौंपी गई है. चिली का पहला मैच 14 जनवरी को न्यूजीलैंड के खिलाफ होगा. उन्हें विश्वास है कि वो विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करेंगे. विश्व कप में कई ताकतवर टीमें हैं जिनमें मेजबान भारत भी एक है. चिली के लिए ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम और नीदरलैंड्स को हराना कठिन होगा.
डबंच ने कहा, 'हम विश्व कप में नए हैं और हम हर मैच में जीत के लिए लड़ेंगे. मेरा मानना है कि हमारी टीम वास्तव में अच्छी है और हम टूर्नामेंट में जिस तरह की चुनौतियों का सामना करेंगे, उसे देखने के लिए उत्साहित हैं.' चिली के कप्तान रेन्ज ने कहा कि टीम में खिलाड़ी पिछले चार सालों से साथ हैं, जिससे उन्हें एक मजबूत टीम बनने में मदद मिली है. हमारी टीम में युवा और वरिष्ठ खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है. हम यहां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे.
14 जनवरी को न्यूजीलैंड से भिड़ने के बाद चिली 16 जनवरी को राउरकेला में मलेशिया से भिड़ेगी. 19 जनवरी को भुवनेश्वर में तीन बार के विश्व चैंपियन नीदरलैंड से उसका मुकाबला होगा. रेन्ज ने उन चुनौतियों के बारे में भी बात की जिनका उनकी टीम को टूर्नामेंट में सामना करने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, 'विश्व कप में हम पहली बार खेलेंगे. हमने लगभग एक साल पहले सैंटियागो में टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया था और तब से हम तैयारी कर रहे हैं.