चेन्नई:शतरंज ओलंपियाड 2022 के चल रहे 44वें सत्र के दौरान रोमांच का एक नया आयाम देखने को मिला, जब स्कूबा गोताखोरों और इन खेलों के शुभंकर 'थांबी' ने समुद्र में गोता लगाकर शतरंज की बाजी खेली.
बता दें, इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के आयोजन का जश्न मनाने और इसे बढ़ावा देने के लिए बहुत सारी गतिविधियों का आयोजन किया गया है, जिसमें समीप के मामल्लापुरम में शीर्ष खिलाड़ी अपने देश को खिताब दिलाने के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें स्कूबा गोताखोरों का एक समूह समुद्र में गोता लगाता है और वे पानी के नीचे शतरंज खेल रहे हैं.
गोताखोरों में से एक को ओलंपियाड के शुभंकर 'थांबी' की तरह तैयार किया गया था. इनमें से कम से कम चार गोताखोरों ने पानी के अंदर शतरंज खेला. इस दौरान 'थांबी' ने शतरंज के बोर्ड की तरह की सफेद और काले रंग की धोती पहनी थी. गोताखोरों ने ओलंपियाड और भारतीय तिरंगे का एक बैनर अपने साथ रखा था.
यह भी पढ़ें:CWG 2022: लॉन बॉल में मेडल पक्का, बॉक्सर पंघाल क्वार्टर फाइनल में पहुंचे
शतरंज ओलंपियाड में देखने को मिली अच्छी खेल भावना
जमैका के एक खिलाड़ी ने रविवार को 44वें शतरंज ओलंपियाड में शानदार खेल भावना का प्रदर्शन किया. एस्टोनियाई शतरंज खिलाड़ी 39 वर्षीय कनेप मीलिस जमैका के शॉ जेडन के खिलाफ खेलते हुए बेहोश हो गए थे. जेडन की 39वीं चाल के बाद जब वह बेहोश हो गए, तो मीलिस जीतने की स्थिति में थे. उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई.
तीसरा राउंड शुरू होने के करीब चार घंटे बाद शाम करीब सात बजे एस्टोनियाई खिलाड़ी बेहोश हुए थे, इसके बाद अगला राउंड शुरू किया गया. समय को न देखते हुए और खेल जीतने के बजाय, जेडन ने एक ड्रॉ की पेशकश की, जिसे टीम के कप्तान ने स्वीकार कर लिया. एस्टोनिया ने 3.5-0.5 से मैच जीता. एफआईडीई के अनुसार, एक प्रशिक्षित नर्स, आर्बिटर गीर्ट बेलेउल, सेक्टर मैनेजर्स उमर सलामा और नेबोजसा बरालिक तुरंत मीलिस की मदद के लिए सामने आए.