नई दिल्ली: 'रैफरेंस' पदार्थ (आरएम) का इस्तेमाल डोप जांच में गुणवत्ता के लिए अनिवार्य रूप से किया जाता है इसलिए दुनिया भर में खेलों में डोप जांच में इनकी उपलब्धता बहुत अहम होती है.
एनडीटीएल द्वारा इस रैफरेंस पदार्थ की पहचान विश्व भर में दुर्लभ उपलब्ध पदार्थ के रूप में की गई है जिससे विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) की सभी मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में डोपिंग रोधी उपायों को मजबूत करने में इस्तेमाल किया जाएगा.
एनडीटीएल और एनआईपीईआर के बीच समझौते पत्र पर हस्ताक्षर अगस्त 2020 में किए गए थे जिसने 20 दुर्लभ उपलब्ध आरएम को तीन साल के लिए बनाने का प्रस्ताव दिया था. रिजिजू ने विज्ञप्ति में कहा, ''ये हम सभी के लिए विशेष पल है. ये पदार्थ बहुत छोटा है लेकिन इसका प्रभाव काफी बड़ा है.
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खेल भावना का मतलब है कि साफ सुथरे खेल जिसमें कोई धोखाधड़ी नहीं हो. मैं एनडीटीएल और एनआईपीईआर में सभी वैज्ञानिकों को 20 रैफरेंस पदार्थों में से एक को बनाने के लिये बधाई देना चाहूंगा.''