अम्मान: भारतीय मुक्केबाज मनीष कौशिक (63 किग्रा) ने एशिया/ओशियाना ओलंपिक क्वालीफायर में जीत दर्ज करके टोक्यो ओलंपिक के लिए भारत को ऐतिहासिक 9वां कोटा दिला दिया है. भारत का मुक्केबाजी में ओलंपिक के इतिहास में अब तक का ये सबसे ज्यादा कोटा है.
भारत ने इससे पहले 2012 के लंदन ओलंपिक में 8 और 2016 के रियो ओलंपिक में 6 कोटा हासिल किए थे.
भारत ने इससे पहले, 1996 में 3, 2000 में 4, 2004 में 4 और 2008 में 5 ओलंपिक कोटा हासिल किए थे.
मनीष ने बॉक्स ऑफ बाउट मुकाबले में बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के हेरिसन गार्साइड को 4-1 से हराकर ओलंपिक कोटा हासिल किया, जोकि उनका पहला ओलंपिक कोटा है.
ओलंपिक में भारतीय मुक्केबाजी कोटा मनीष 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में गार्साइड से हार गए थे और अब उन्होंने इस जीत के साथ ही पिछली हार का बदला भी चुकता कर लिया है.
कौशिक और सचिन को क्वार्टर फाइनल के अपने-अपने वर्ग के मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था और फिर उन्हें बॉक्स ऑफ बाउट मुकाबले में खेलने का मौका मिला.
कौशिक ने जहां बॉक्स ऑफ बाउट मुकाबले में जीत दर्ज करके ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया तो वहीं सचिन को 81 किग्रा के बॉक्स ऑफ फाइनल मुकाबले में तजाकिस्तान के शाबोस नेगमातुएलोव से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा.
इससे पहले, दिन के एक अन्य मुकाबले में कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता और तीसरी बार ओलंपिक का टिकट पाने वाले विकास कृष्ण को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा.
टोक्यो ओलंपिक के लिए पहले ही कोटा हासिल कर चुके विकास को फाइनल में जॉर्डन के जायेद एशास से भिड़ना था लेकिन चोटिल होने के कारण उन्हें मुकाबले से हटना पड़ा और रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा.