नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली देश की पहली फेंसर (तलवारबाज) भवानी देवी अपनी तैयारियों के तहत दूध और चीनी का परित्याग कर दिया है.
27 साल की भवानी ने आनलाइन मीडिया सम्मेलन में कहा, "ओलंपिक शुरू होने में अब 72 दिन बचे हैं और अपनी प्रशिक्षण या आहार को बदलने की मेरी कोई योजना नहीं है. मैं सिर्फ चीनी और दूध से परहेज कर रही हूं. मैं ओलंपिक तक इटली में ही हूं और एक सप्ताह के लिए छोटे ट्रेनिंग कैंप में भाग ले रही हूं."
आठ बार की राष्ट्रीय चैंपियन भवानी आगामी टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं की सब्रे इवेंट में भाग लेंगी। वह इस समय इटली के रोम में ट्रेनिंग कर रही हैं.
उन्होंने कहा, "महामारी के कारण अभी कोई टूर्नामेंट नहीं है. मेरा पूरा ध्यान प्रशिक्षण पर है. मेरे पास दिन में दो प्रशिक्षण सत्र हैं. शरीर को मजबूत बनाने के लिए प्रत्येक सप्ताह तीन सत्र जिम के भी होते हैं."
भवानी के अनुसार, ओलंपिक खेल अत्यधिक प्रतिस्पर्धी होंगे क्योंकि इसमें शीर्ष 34 फेंसर पदक जीतने के लिए अपनी चुनौती पेश करेंगी. कोविड महामारी के कारण भारतीय फेंसर भारत नहीं आएंगे और इटली से सीधे जापान जाएंगे.
भवानी ने कहा, "जून की योजना है, लेकिन जुलाई के लिए कुछ भी नहीं है. मेरा इतालवी कोच ओलंपिक से पहले एक सप्ताह के लिए जापान में एक प्रशिक्षण आधार स्थापित करने की योजना बना रहा है, लेकिन कोविड-19 के कारण फिलहाल यह अनिश्चित है. ऐसे में हम जापान नहीं जाएंगे, हम इटली में प्रशिक्षण लेंगे."