संजय सिंह के अध्यक्ष बनने से पूनिया और साक्षी खफा, पीएम आवास के बाहर अपना पद्मश्री पुरस्कार छोड़कर चले गए बजरंग - भारतीय कुश्ती महासंघ
भारत के ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया ने एक बड़ा कदम उठाते हुए अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने की बात कही है. इससे पहले साक्षी मलिक ने रोते हुए कुश्ती से संन्यास ले लिया है. ये सब संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ के नए अध्यक्ष बनने के बाद हुआ है. पहलवान बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने की घोषणा करते हुए पुरस्कार को यहां लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास के बाहर फुटपाथ के पास रख दिया.
नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ का नया अध्यक्ष संजय सिंह को जब से चुना गया है. तब से भारतीय पहलवान एक के बाद एक हैरान कर देने वाले फैसले ले रहे हैं. गुरुवार को संयज सिहं के अध्यक्ष बनते ही भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने मीडिया के सामने रोते हुए संन्यास ले लिया था.
अब शुक्रवार को भारतीय ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने का ऐलान कर दिया था. उन्होंने इस विषय में भारत के प्रधानमंत्री पीएम मोदी को पत्र लिखा है. इसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से दी है. बाद में पहलवान बजरंग ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास के बाहर फुटपाथ के पास रख दिया.जब बजरंग शुक्रवार शाम को पुरस्कार लौटाने के लिए पीएम आवास की ओर बढ़े, जहां उन्हें दिल्ली पुलिस ने रोक दिया. पूनिया ने विरोध स्वरूप पद्मश्री पुरस्कार फुटपाथ पर रख दिया और वहां से चले गए. उन्होंने दिल्ली पुलिस से कहा, 'मैं पद्मश्री पुरस्कार उस व्यक्ति को दूंगा जो इसे पीएम मोदी तक लेकर जाएगा.'
गौरतलब है कि 21 दिसंबर को भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद का चुनाव हुआ था. इस चुनाव में संयज सिंह ने राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण के खिलाफ 40 वोट हासिल कर इस पद को हासिल किया था. संजय सिंह बृजभूषण शरण सिंह के करीबी है. इसलिए भारतीय पहलवान उनके अध्यक्ष बनने से खुश नहीं हैं. पहलवानों की माने तो उनके अध्यक्ष बनने के बाद वही फैसले लिए जाएंगे जो बृजभूषण सिंह चाहेंगे.
भारतीय महिला पहलवानों ने बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न करने के इल्जाम लगाए और उनके खिलाफ लगातार धरना प्रदर्शन किया. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के आश्वासन के बाद भारतीय पहलवानों ने अपना आनंदोलन खत्म किया. इस आनंदोलन को प्रमुखता के साथ साक्षी मलिक, बजरन पुनिया और विनेश फोगाट ने लीड किया था.
संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद साक्षी मलिक कुश्ती से संन्यास ले चुकी है. बजरंग पुनिया पद्मश्री लौटने के लिए तैयार है. अब आगे ये पूरा मामला क्या मोड़ लेगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. अब इस तिकड़ी की तीसरी पहलवान विनेश फोगाट के अगले मूव पर लोगों की नजर बनी हुई है. क्या विनेश भी साक्षी और बजरंग पूनिया की तरह कोई बड़ा कदम उठा सकतीं हैं.