नई दिल्ली: राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया को 14 सितम्बर से कजाकिस्तान के नुर-सुल्तान में होने वाली विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के लिए टॉप सीड मिला है.
टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करना चाहेंगे बजरंग
टोक्यो ओलम्पिक के लिए पदक के सबसे बड़े दावेदार बजरंग ने पिछली बार विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था और इस बार ना केवल वह अपने पदक का रंग बदलना चाहेंगे बल्कि अगले साल होने वाले टोक्यो ओलम्पिक में भी क्वालीफाई करना चाहेंगे. विश्व चैम्पियनशिप, टोक्यो ओलम्पिक के लिए एक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी है.
स्वर्ण पदक पर होंगी निगाहें
बजरंग इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में 2013 में 60 किग्रा में कांस्य पदक जीतने के पांच साल बाद 65 किग्रा में खेलने लगे हैं. बजरंग की नजरें अब इस विश्व चैम्पियनशिप में सुशील कुमार के बाद स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बनने पर है. सुशील ने 2010 में विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था.
25 वर्षीय पहलवान बजरंग पिछले एक साल में कुछ खास कमाल नहीं कर पाए हैं, लेकिन उन्होंने 65 किग्रा वर्ग में दुनिया का नंबर-1 पहलवान बनने का गौरव हासिल किया है.
बजरंग ने कहा, "विदेश में विदेशी एथलीटों के साथ ट्रेनिंग करने से एक अच्छा पहलवान बनने में मुझे काफी मदद मिली है. जॉर्जिया, रुस और अमेरिका में कुछ अच्छे पहलवानों के साथ ट्रेनिंग करने से मैं अपने प्रतिद्वंदियों के बारे में ज्यादा जानकारी मिली है. मेरे अपने टीम कोच होने से विश्व चैम्पियनशिप से पहले मुझे काफी आत्मविश्वास मिला है."
विनेश पहली बार लेंगी विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा
अधिकतर भारतीय पहलवान ट्रेनिंग कैम्प से निकल चुक हैं जबकि एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट अभी भी ट्रेनिग कैम्प में हैं. विनेश पहली बार विश्व चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए उतर रही है. विश्व रैंकिंग में छठे नंबर की पहलवान विनेश 53 किग्रा में खेल रही हैं, उन्होंने पिछले कुछ महीनों में लगातार तीन टूर्नामेंटों में स्वर्ण पदक जीते हैं.