हैदराबाद: भारतीय मूल के कनाडाई फाइटर अर्जन भुल्लर ने इतिहास रच दिया है. दरअसल, भुल्लर शीर्ष स्तर के मिक्स्ड मार्शल आर्टस (एमएमए) का खिताब जीतने वाले भारतीय मूल के पहले फाइटर बने गए हैं. वह ब्रैंडन वेरा को हराकर सिंगापुर की वन चैंपियनशीप में हैवीवेट विश्व चैंपियन बने. वर्ल्ड चैंपियन बनने के साथ ही उन्होंने वेरा के पांच साल से जारी चैंपियनशीप में विजय रथ को भी रोक दिया.
34 वर्षीय भारतीय स्टार ने लंबे समय तक हैवीवेट चैंपियन रहे ब्रैंडन के खिलाफ दूसरे राउंड में तकनीकी नॉकआउट से जीत दर्ज कर वन हैवीवेट विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम किया.
भुल्लर ने इस मुकाबले में बेहद ही शानदार प्रदर्शन किया. विशेषतौर से दूसरे राउंड में तो शुरू से ही वेरा के ऊपर दबाव बनाया और मुकाबला अपने नाम करके ही दम लिया.
ब्रैंडन वेरा ने मैच के बाद कहा, "यह मेरे अब तक के करियर में पहली बार है कि मुझे पहले दौर में पिछड़ने का अहसास हुआ. मैं फिट हूं और लगातार ट्रेनिंग ले रहा हूं, हम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लोगों के साथ काम कर रहे हैं, यह मेरे लिए नया है."
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जानकारी के लिए बता दें कि अर्जन भुल्लर ने साल 2010 के दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था. वहीं साल 2012 में वो लंदन में ओलंपिक में कनाडा का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय मूल के पहले फ्रीस्टाइल पहलवान बने थे.
अर्जन ने बहुत ही कम उम्र में पहलवानी शुरू कर दी थी. इतना ही नहीं वह लगातार पांच सालों तक कनाडा की राष्ट्रीय टीम का हिस्सा भी रहे. साल 2008 से 2012 तक 120 किग्रा वजन वर्ग में लगातार वह विजेता बनते रहे.