नई दिल्ली:भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने पटियाला स्थित राष्ट्रीय खेल संस्था (एनआईएस) और बेंगलुरू भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्रों में बाहर ट्रेनिंग करने और जिम में ट्रेनिंग करने को हरी झंडी दे दी है.
देश में लागू लॉकडाउन की अवधि को चौथी बार 31 मई तक बढ़ाए जाने के बाद सरकार से खेल परिसरों और स्टेडियमों को खिलाड़ियों के लिए खोलने की अनुमति दी.
एएफआई ने नौ पेजों के अपने पत्र में ट्रेनिंग शुरू करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है.
भारत की महिला और पुरुष हॉकी टीम साई के बेंगलुरू केंद्र में हैं तो वहीं ट्रैक एंड फील्ड एथलीट, जिनमें भालाफेंक खिलाड़ी भी शामिल हैं, एनआईएस में हैं.
ट्रेनिंग शुरू करने के लिए जो गाइडलाइंस जारी की गई हैं उनमें थूकने, हाथ मिलाने, गले मिलने, ग्रुप में चलने और ट्रेनिंग करने पर पाबंदी शामिल है. हाथ से संभालने वाली सामग्री जैसे भाला, चक्का आदि को उपयोग से पहले और बाद में सैनेटाइज करना होगा.
एसओपी के मुताबिक छींकने, खाँसी, साँस लेने में कठिनाई, थकान की लक्षण वाले खिलाड़ी के अभ्यास पर रोक रहेगा. अगर किसी खिलाड़ी में बीमारी के लक्षण मिलते है तो इस बारे में संबंधित एथलीट को मुख्य / उप मुख्य कोच या हाई परफोर्मेंस निदेशक को तुरंत खबर करना चाहिए.
एएफआई ने अपनी गाइडलाइंस में बताया, "सैलून, ब्यूटी पार्लर, शॉपिंग मॉल जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. अपने होस्टल के रूम को ट्रेनिंग, मेडिकल और रीहैब के अलावा कभी न छोड़ें. अगर एटीएम जा रहे हों तो अपने साथ सैनेटाइजर की बोतल रखें और एटीएम मशीन का उपयोग करने के बाद सैनेटाइजर का उपयोग करें."
खिलाड़ियों को ट्रेनिंग के तुरंद बाद अपने कमरे में जाना होगा.
खेलमंत्री किरण रिजिजू ने भी सोमवार को बताया था कि खेल गतिविधियां गृह मंत्रालय और संबंधित राज्य द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के मुताबिक, स्टेडियम और खेल परिसरों में शुरू की जा सकती हैं.