नई दिल्ली:फिट इंडिया के मार्गदर्शन में, रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 21वीं नेशनल रोप स्किपिंग चैंपियनशिप ऑनलाइन आयोजित की जहां उन्हें पूरे भारत में 400 से अधिक छात्रों की भारी भागीदारी मिली है. भाग लेने वाले छात्र न केवल विभिन्न शहरों से बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों और दूरदराज के गांवों से भी हैं. इस कार्यक्रम की शुरुआत 29 सितंबर से विश्व ह्रदय दिवस के दिन हुई थी वहीं इस प्रतियोगिता का परिणाम 02 अक्टूबर, 2021 को गांधी जयंती पर घोषित किए जाएगा.
क्या है विश्व ह्रदय दिवस?
विश्व हृदय दिवस हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है. स्वस्थ हृदय, तन मन और आत्मा को बनाए रखने के लिए खेल और फिटनेस गतिविधियां जरूरी मानी जाती हैं. इसी के चलते इस प्रतियोगिता का आयोजन 29 सितंबर से किया गया.
कोरोना काल में बच्चों ने घर बैठे सीखे गुर
रोप स्किपिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव निर्देश शर्मा ने कहा है कि वो राज्य संघों और कोचों की अपनी पूरी टीम को बधाई देना चाहते हैं जिन्होंने वेबिनार और सत्रों के रूप में टेक्नोलॉजी का उपयोग करके महामारी के दौरान छात्रों को गुर सिखाए. इस खेल को न सिर्फ बच्चों ने अपने घर से ही सीखा बल्कि अब वो इसमें अपना हुनर दिखाने के लिए तैयार हैं. इस प्रतियोगिता में अपना हुनर दिखाने और सर्वश्रेष्ठ रहने वाले बच्चे को विश्व स्तर पर चैंपियनशिप में खेलने का मौका दिया जाएगा.
क्यों जरूरी है रोप स्किपिंग?
महासचिव निर्देश शर्मा का कहना है कि रोप स्किपिंग किसी भी खेल के लिए बुनियादी वार्म अप गतिविधि है और रोप स्किपिंग खेल के नाम पर अपने आप में एक विशाल दायरा है और हर खेल के प्रतिभागियों को रोप स्किपिंग में प्रतिस्पर्धा करने और खुद को फिट रखने के लिए इसका सहारा लेना पड़ता है.