नई दिल्ली: भारत की 13 सदस्यीय निशानेबाजी टीम 24 फरवरी से शुरू होने जा रहे शॉटगन विश्व कप में भाग लेने के लिए मिस्र के काहिरा का दौरा करेगी. कोविड-19 महामारी के बाद से यह पहला आईएसएसएफ विश्व कप टूर्नामेंट होगा.
पुरुष और महिलाओं की स्कीट विश्व कप में 33 देशों के करीब 191 निशानेबाज पदकों पर अपना निशाना लगाएंगे. आठ दिनों तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में निशानेबाज 10 स्पर्धाओं में अपनी किस्मत आजमाएंगे.
निशानेबाजों के पास वर्ल्ड रैंकिंग प्वाइंट्स के आधार पर टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का यह आखिरी टूर्नामेंट होगा.
एशियाई रजत पदक विजेता दीपक कुमार स्ट्रैंडजा मेमोरियल मुक्केबाजी के क्वार्टर फाइनल में
भारतीय पुरुष स्कीट टीम ने टोक्यो ओलंपिक का कोटा पहले ही हासिल कर लिया है और इस टीम में अंगद बाजवा, मैराज अहमद खान और गुरजोत खांगरा शामिल है. महिला स्कीट टीम में गनीमत शेखोन, परीनाज धालीवाल और कृतिकि सिंह शेखावत है.
महिलाओं की स्कीट इवेंट का पहला फाइनल 25 फरवरी को और इसके बाद इसी दिन पुरुषों का स्कीट फाइनल होगा.
स्कीट फाइनल्स विश्व रिकॉर्डधारी बाजवा ने कहा, "करीब एक साल बाद यह पहला टूर्नामेंट होगा और ओलंपिक से पहले इसे हम मैच अभ्यास की तरह ले रहे हैं, जोकि लय में लौटने के लिए बेहद जरूरी है."
शॉटगन के मुख्य कोच मानशेर सिंह ने कहा, "यह साल का पहला विश्व कप है और लॉकडाउन के बाद इसके काफी महत्व है क्योंकि हमें इससे 2021 कलैंडर की अच्छी शुरुआत मिलेगी."