नई दिल्ली: हॉकी इंडिया और भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) ने देश के सात अलग-अलग शहरों में हाई परफॉर्मेंस सेंटर्स बनाने की घोषणा की. हाई परफॉर्मेंस सेंटरों के खुलने से जूनियर और सब-जूनियर वर्ग के खिलाड़ियों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. इसका मकसद युवा खिलाड़ियों को 2024 और 2028 के ओलंपिक खेलों के लिए तैयार करना है.
हाई परफॉर्मेंस हॉकी सेंटर खेलो इंडिया स्कीम के तहत बनाए जा रहे हैं. इन सेंटरों में खिलाड़ियों को विशेषज्ञ पेशेवर प्रशिक्षण, खेल विज्ञान का उपयोग, और युवाओं को शिक्षा मिलेगी.
साई के महानिदेशक संदीप प्रधान ने कहा, "देश के विभिन्न शहरों में हाई परफॉर्मेंस सेंटर्स शुरू करने का मकसद युवा खिलाड़ियों को 2024 और 2028 के ओलंपिक खेलों के लिए बेहतर सुविधाएं देना है."
हाई परफॉर्मेंस सेंटर्स के नाम मेजर ध्यानचंद नेशनल हॉकी स्टेडियम, साई सुंदरगढ़ ओडिशा, साई यूडीएमसीसी, भोपाल और साई बेंगलुरू अगले तीन महीने में काम करना शुरू कर देंगे जबकि बाकी के तीन सेंटरों को बनने में एक साल से भी अधिक समय लगेगा.
बेंगलुरु का साई मुख्य सेंटर होगा, जिसमें नेशनल टीम के सीनियर और जूनियर खिलाड़ी होंगे.
बता दें कि हाल हीं में भारत सरकार ने स्पोर्ट्स बजट की घोषणा की थी जिसमें साई के खाते में 615 करोड़ से घटाकर 500 करोड़ कर दिया गया है जिसके बाद भी साई ने इस योजना का ऐलान किया है. इसके अलावा केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने हाल हीं में स्पोर्ट्स बजट पर बयान देते हुए कहा था कि साई या किसी भी स्पोर्ट्स संस्थान को जरूरत पड़ने पर उन्हें जरूरी राशी उपलब्ध कराई जाएगी.
ऐसे में साई औऱ हॉकी इंडिया को मदद की जरूरत पड़ने पर पहले से ही भारत सरकार का साथ मिला हुआ है.