बेंगलुरू:भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य सुशीला चानू खेल से मजबूरन मिले इस ब्रेक में अपने खेल पर काम करके कमियों में सुधार पर मेहनत कर रही हैं. ओलंपिक खेलों के लिए चुने गए 24 संभावित खिलाड़ी इस समय यहां भारतीय खेल प्राधिकरण परिसर में हैं.
सुशीला चानू ने कहा है कि टीम ने टोक्यो ओलंपिक-2020 के स्थगित होने की निराशा को पीछे छोड़ दिया है और अब वह लगातार अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं.
कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलम्पिक-2020 को अगले साल के लिए स्थगित कर दिया गया है.
रियो ओलंपिक-2016 में टीम की कप्तानी करने वाली चानू ने कहा, "मुझे लगता है कि टोक्यो ओलंपिक खेलों की निराशा को हमने पीछे छोड़ दिया है. हम सभी यह मानते हैं कि यह हमारे लिए सही माहौल है क्योंकि बीते दो साल से हम लगातार अपने खेल में सुधार कर रहे हैं. हमें विश्वास है कि हम आने वाले महीनों में इस लय को बनाए रखते हुए बेहतर टीम बनेंगे."
अपने रोज के कार्यक्रम को लेकर चानू ने कहा, "हमारे साइंटिफिक एडवाइजर व्यान लोम्बार्ड ने हमें विशेष वर्कआउट चार्ट दिए हैं जिसको हमें फॉलो करना होता है."
चानू ने कहा, "हॉकी का अभ्यास नहीं हो रहा है लेकिन हम पिछले मैचों के वीडियो देखकर विरोधी टीमों के खेल की समीक्षा कर रहे हैं." उन्होंने कहा, "हम इसके लिए एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं. यह अपने खेल के भी आकलन का सर्वश्रेष्ठ समय है ताकि कमियों में सुधार किया जा सके."
पिछले सप्ताह भारतीय महिला टीम ने कोरोनावायरस महामारी से प्रभावित प्रवासी मजदूरों के परिवारों की मदद के लिए फन फिटनेस चैलेंज शुरू किया. अब तक चार दिन में इसमें सात लाख रूपये जुटाए गए हैं और यह मुहिम तीन मई तक जारी रहेगी.