भुवनेश्वर: FIH ओडिशा हॉकी जूनियर वर्ल्ड कप का आगाज 24 नंवबर से भुवनेश्वर में होने वाला है. इस टूर्नामेंट में 16 टीमें भाग ले रही हैं जो एक-दूसरे के साथ भिड़ने के लिए तैयार हैं. टूर्नामेंट में चार पूल बनाए गए हैं, जिसमें हर पूल में चार टीमों को शामिल किया गया. प्रत्येक पूल से शीर्ष दो टीमें क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी.
पूल ए में यूरोपीय बेल्जियम, मलेशिया, चिली और दक्षिण अफ्रीका को रखा गया. 24 नवंबर को बेल्जियम अपना पहला मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलेगा.
गत चैंपियन भारत को पूल बी में कनाडा, फ्रांस और पोलैंड के साथ रखा गया है, जो पिछले हफ्ते यहां भिड़ने के लिए पहुंचे थे.
कप्तान विवेक सागर प्रसाद की अगुवाई में भारत प्रतिष्ठित ट्रॉफी को बरकरार रखना चाहेगा, क्योंकि वे अपने घरेलू मैदान पर एक मजबूत टीम हैं.
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टोक्यो 2020 ओलंपिक में भारत के लिए ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे विवेक ने कहा, "हमारी टीम 2016 में चैंपियन बनी थी और अब हमारी टीम का लक्ष्य इसे बरकरार रखना है."
भारत के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने टीम की तैयारियों पर कहा, "भुवनेश्वर में जूनियर खिलाड़ियों ने सीनियर टीम के खिलाफ कुछ अभ्यास मैच खेले, जो काफी मूल्यवान थे. यहां आने के बाद से लगातार स्टेडियम में अभ्यास कर रहे हैं. कलिंग हॉकी स्टेडियम वास्तव में प्रतिष्ठित है. यह अच्छा है कि हम टूर्नामेंट शुरू करने से पहले यहां प्रशिक्षण ले रहे हैं."
टूर्नामेंट में भारत 24 नवंबर को फ्रांस के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगा.
पूल सी में नीदरलैंड, स्पेन, कोरिया और अमेरिका आमने-सामने होंगे. वहीं, पूल डी में जर्मनी, पाकिस्तान, मिस्र और अर्जेंटीना एक-दूसरे के साथ खेलते नजर आएंगे.