नई दिल्ली : मोहन बागान व ईस्ट बंगाल की टीमें बीते कुछ वर्षो से कोई बड़ा खिताब नहीं जीत सके हैं साथ ही कई अन्य परेशानियों से भी क्लबों को जूझना पड़ रहा है. छेत्री ने एक वेबसाइट से बातचीत में कहा कि वो ईस्ट बंगाल और मोहन बागान जैसे क्लबों की मौजूदा स्थिति पर टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं है, लेकिन दोनों क्लबों का इतिहास काफी शानदार है.
देश के ऐतिहासिक क्लब हैं
उन्होंने कहा, "ये होता है, कभी-कभी ये होता है.जब क्लब ट्रॉफी नहीं जीतते हैं. ईस्ट बंगाल और मोहन बागान इस देश के ऐतिहासिक क्लब हैं. वो हमारे देश के सबसे बड़े क्लबों में रहे हैं और आगे भी रहेंगे. जिस तरह के उनके समर्थक हैं, उससे वो हमेशा बड़े रहेंगे."
जीत की राह पर वापसी करेंगे
उन्होंने कहा, "अगर आप उनका इतिहास देखेंगे, तो आपको लगेगा कि ये बुरा दौर लंबा है क्योंकि वो हर साल ट्रॉफी जीतते थे. ये बस एक बुरा दौर है, क्लब जीत की राह पर वापसी करेंगे. उनके समर्थक काफी बड़े हैं. वो बेहतरीन इतिहास रखने वाले शानदार क्लब हैं. इसलिए चीजें होंगी लेकिन आपको धैर्य रखने की जरूरत है."
छेत्री ने इस बात को माना कि मौजूदा समय में इन दोनों क्लब के प्रदर्शन ने सभी को हैरान किया लेकिन उन्होंने साथ ही माना कि नए क्लबों के आने और उनके बेहतर प्रदर्शन करने से भी फर्क पड़ा है.