मुंबई: अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने शनिवार को एक बयान जारी कर बताया है कि महिला टीम के शिविर के लिए 30 खिलाड़ियों को बुलाया गया है. कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन के बाद ये सीनियर महिला टीम का ये पहला शिविर है.
टीम की ट्रेनिंग के लिए विस्तार से मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की गई हैं. राष्ट्रीय टीम डॉक्टर शेरविन शेरिफ की मदद से तैयार की गई एसओपी के मुताबिक शिविर में आने वाले स्टाफ और खिलाड़ियों का कोविड-19 टेस्ट (आरटी-पीसीआर) किया जाएगा और ये टेस्ट घर छोड़ने से तीन दिन पहले भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) से मान्यता प्राप्त लैब में किया जाना चाहिए.
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एआईएफएफ ने एक बयान में कहा, "गोवा पहुंचने के बाद रेपिड एंटिजन टेस्ट (आरएटी) किया जाएगा और अगर परिणाम निगेटिव रहता है तो वो सात दिन के क्वारंटीन के लिए अपने कमरे में जा सकती हैं. क्वारंटीन के सफल रहने के बाद उनका आठवें दिन आर-टी पीसीआर टेस्ट किया जाएगा इसके बाद वो ट्रेनिंग में हिस्सा ले सकेंगी."