नई दिल्ली : अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने बुधवार को यहां क्रोएशिया के स्टीमाक को भारतीय टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया. एआईएफएफ ने उन्हें दो साल का अनुबंध प्रदान किया है.
पहला कैम्प 18 या 20 को होगा
स्टीमाक के मार्गदर्शन में पहली बार भारतीय टीम पांच जून से थाईलैंड में शुरू होने वाले किंग्स कप में खेलेगी. एक वेबसाइट ने छेत्री के हवाले से बताया, "मैं समझता हूं कि पहला टूर्नामेंट स्टामिक के लिए मुश्किल होगा क्योंकि पहला कैम्प 18 या 20 को होगा. अगर ये चालू सीजन होता तो वो प्रतियोगिता से 10 दिन पहले भी टीम को लय में ले आते, लेकिन अभी सभी खिलाड़ी आराम कर रहे हैं."
छेत्री ने कहा, "मैंने ग्रुप पर सभी लड़कों को संदेश भेज दिया है और कहा है कि वे कड़ी मेहनत करें और फिट हो जाएं. हम नए कोच को फिट टीम दे सकते हैं. वो जल्दी से खेल के रणनीतिक पहलुओं पर काम कर सकते हैं, लेकिन अगर उन्हें 10 दिन खिलाड़ियों की फिटनेस ठीक करने पर ही बिताना पड़ा तो फिर समय नहीं बचेगा."
कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया
उन्होंने माना कि पूर्व कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन ने कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जिसका लाभ नए कोच को भी होगा. छेत्री ने कहा, "कांस्टेनटाइन अपने पीछे अच्छे खिलाड़ियों के ग्रुप को छोड़कर गए हैं. जब वो आए थे तब उनके पास कोई नहीं था. मेरे अलावा, यूगेंसन लिंगदोह, सुबर्ता पॉल, अनस एडाथोडिका ही सीनियर खिलाड़ी थे.
हालांकि, अनस तब तक भारत के लिए नहीं खेले थे. पिछले पांच वर्षो में युवा खिलाड़ियों ने बहुत बेहतरीन प्रदर्शन किया है. इसलिए स्टामिक को वो खिलाड़ी मिलेंगे जो पहले से ही लय में हैं, लेकिन नई शुरुआत करने के लिए कई चुनौतियों का समाना करना पड़ता है. उन्हें अपने तरीके को लागू करने में थोड़ा समय लगेगा."