हैदराबाद : छठी बार यूरोपीयन गोल्डन शू अवॉर्ड जीतकर दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी एक बार फिर चर्चा में हैं. मेसी को ये अवॉर्ड एफसी बार्सिलना के लिए दिए गए योगदान के लिए मिला.
मेसी ने अपना पूरा करियर एफसी बार्सिलोना में बिता दिया. साल दर साल उनके करार का बकायदे नवीकरण हुआ लेकिन उनका पहला करार पूरी औपचारिकता के साथ नहीं बल्कि जल्दबाजी में एक पेपर नैपकीन पर लिखा गया था.
मेसी अर्जेंटीना के पहले फुटबॉल खिलाड़ी हैं, जिन्हें साल 2019 में फीफा वर्ल्ड प्लेअर ऑफ द इअर अवॉर्ड से नवाजा गया था. इसके अलावा वे पांच बार प्रतिष्ठित 'बालोन डी ओर' अवॉर्ड, 2019 में द बेस्ट फीफा मेन प्लेअर अवॉर्ड, 2014 में फीफा गोल्डन बॉल अवॉर्ड, 2011 और 2015 में यूएफा मेन्स प्लेअर ऑफ द इअर अवॉर्ड, आठ बार ला लीगा बेस्ट प्लेअर अवॉर्ड और न जाने कौन-कौन से पुरस्कार जीत चुके हैं.
24 जून, 1987 को अर्जेंटीना के रोजारियो में जन्मे लियोनेल आंद्रेस मेसी को विश्व फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में से एक माना जाता है. एफसी बार्सिलना में 10 नंबर की जर्सी पहनने वाले मेसी साल 2000 से बार्सिलोना में हैं और 2003-2004 में बार्सिलोना-सी के लिए 10 मैच, 2004-2005 में बार्सिलोना-बी टीम के लिए 22 मैच तथा सीनियर टीम के लिए 2004 से अब तक कुल 455 मैच खेल चुके हैं.
455 मैचों में मेसी के नाम रेकॉर्ड 420 गोल हैं. स्टील फैक्टरी के एक मैनेजर जॉर्ज मेसी के बेटे लियोनेल मेसी आज फुटबॉल के बेताज बादशाह हैं और सालाना करोड़ों डॉलर कमाते हैं.
फोर्ब्स की सबसे अधिक कमाई करने वाले एथलीटों की सूची में वह सबसे ऊपर हैं. आज उन्हें किसी चीज की कमी नहीं है लेकिन एक समय ऐसा था, जब पिता जॉर्ज और मां सेलिया चुचीटीनी के पास अपने इस बच्चे के इलाज के लिए पैसे नहीं थे.