कोलकाता: भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व डिफेंडर और मोहन बागान के महान खिलाड़ियों में शुमार सुब्रत भट्टाचार्य ने सोमवार को कहा है कि उन्होंने सुनील छेत्री में जो पहली चीज देखी थी वो उनकी सीखने की ललक थी. छेत्री 12 जून को अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में अपने 15 साल पूरे करने वाले हैं.
सुब्रत ने कहा, "जब आप युवा खिलाड़ियों की देखते हो तो, शायद जिंदगी में कभी एक बार आपका दिल भर आता है. मैंने उस दिन वैसा महसूस नहीं किया था लेकिन मैंने देखा था कि दो युवा खिलाड़ी, जिनमें प्रतिभा है, ललक है और महत्वकांक्षा है. वो दो बच्चे सुनील छेत्री और सुब्रत पॉल थे."
उन्होंने कहा, "सुनील की जहां तक बात है तो उनमें शीर्ष स्ट्राइकर बनने के गुण दिख गए थे. उनके पास अच्छी तेजी थी और उनकी शूटिंग भी अच्छी थी. जो बात मुझे सबसे अच्छी लगी वो थी जो ललक उन्होंने दिखाई थी. मैं खुद एक लंबा डिफेंडर हूं, तो जब मैंने सुनील को देखा तो मुझे नहीं लगा कि वह गोल कर पाएंगे."