कल्याणी: जम्मू कश्मीर के पूरी तरह बंद होने के कारण रीयल कश्मीर के खिलाड़ी अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं लेकिन उनका पूरा ध्यान डूरंड कप फुटबॉल टूर्नामेंट पर टिका है और उन्होंने चेन्नई सिटी के खिलाफ मैच से पहले कड़ी सुरक्षा के बीच अभ्यास किया था.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सोमवार को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला किया. घाटी में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू होने के कारण टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं बंद है जिस वजह से खिलाड़ियों को अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं
टीम के स्टार खिलाड़ी दानिश फारूख ने अपने अभ्यास स्थल पर मीडिया से कहा, "मैंने घर से निकलने के बाद अपने परिवार से बात नहीं की. हां, मैं अपने परिवार को लेकर चिंतित हूं क्योंकि यहां पहुंचने के बाद मेरा उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ.
उन्होंने कहा, "मैदान पर इससे हमारा प्रदर्शन प्रभावित नहीं होगा. हम केवल कल के मैच पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं."
मैच के दौरान रीयल कश्मीर के खिलाड़ी टीम के एकमात्र बंगाली खिलाड़ी मिडफील्डर ऋत्विक दास की अपने साथियों के प्रति सहानुभूति है, लेकिन उन्होंने कहा कि इससे उनका अभ्यास प्रभावित नहीं हुआ. दास ने कहा, "क्या उनके हावभाव से लगता है कि वे मानसिक तौर पर प्रभावित है. मुझे ऐसा नहीं लगता. हमने कड़ा अभ्यास किया. हां यह देखकर बुरा लगता है कि मेरे दोस्त अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं लेकिन हमारा ध्यान कल के मैच पर है.
दास ने कहा, "क्या उनके हावभाव से लगता है कि वे मानसिक तौर पर प्रभावित है. मुझे ऐसा नहीं लगता. हमने कड़ा अभ्यास किया. हां यह देखकर बुरा लगता है कि मेरे दोस्त अपने परिजनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं लेकिन हमारा ध्यान कल के मैच पर है."
टीम के साथ यहां आ रखे रीयल कश्मीर के सह मालिक और चेयरमैन संदीप मट्टू ने कहा, "यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट है और इसलिए हम सभी इस पर ध्यान दे रहे हैं. जहां तक तैयारियों, खेलने और टूर्नामेंट में चुनौती पेश करने की बात है तो हम कभी किसी चीज से प्रभावित नहीं होंगे. हम पूरी तरह से अपने क्लब के प्रति प्रतिबद्ध हैं। मुझे नहीं लगता कि हम किसी स्थिति से प्रभावित होंगे.