अहमदाबाद: भारतीय फुटबॉल टीम इंटरकॉन्टिनेंटल कप में तीसरे और अंतिम ग्रुप मैच में द ऐरना ट्रांसटेडिया में सीरिया का सामना करेगी. पहले दो मैचों में करारी शिकस्त झेलने के बाद मेजबान टीम का फाइनल में पहुंचना लगभग नामुमकिन है. भारत को अगर फाइनल में पहुंचना है तो उसे उम्मीद करनी होगी कि तजाकिस्तान को अपने अगले मैच में हार मिले और वह सीरिया को कम से कम छह गोल के अंतर से मात दे.
हालांकि, अपने दूसरे मैच में तजाकिस्तान के खिलाफ हार झेलने वाली सीरिया के पास फाइनल में पहुंचने का आसान मौका है. अगर कोरिया की टीम एक अन्य मैच में तजाकिस्तान को हरा देती है तो सीरिया सीधा फाइनल में प्रवेश करेगी नहीं तो उसे भारत को मात देनी होगी और गोल अंतर भी अहम होगा.
मेजबान टीम के मुख्य कोच इगोर स्टीमाक ने इस टूर्नामेंट में भी प्रयोग किए हैं, लेकिन उससे टीम को नुकसान ही हुआ है. पहले दो मैचों में कोच ने अलग-अलग खिलाड़ियों को मौका दिया, लेकिन नतीजों में कोई बदलाव नहीं आया.
भारत का डिफेंस कमजोर
भारत का डिफेंस उसकी सबसे बड़ी कमजोरी रहा है. थाईलैंड में हुए किंग्स कप में शानदार प्रदर्शन करने वाले आदिल खान इस प्रतियोगिता में अब तक विफल रहे हैं. अनुभवी संदेश झिंगन पिछले मैच में चोटिल हो गए थे जिसने मेजबान टीम की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं.
फीफा रैकिंग में 85वें पायदान पर काबिज सीरिया के खिलाफ युवा मिडफील्डर अनिरुद्ध थापा की वापसी हो सकती है. पिछले मैच में वह नहीं खेले थे जिस कारण टीम मिडफील्ड में कमजोर नजर आई. स्टीमाक अनुभवी डिफेंडर अनस इडाथेडिका को भी खिला सकते हैं.