अहमदाबाद: भारतीय फुटबॉल टीम आज यहां इंटरकॉन्टिनेंटल कप के एक अहम मुकाबले में उत्तर कोरिया का सामना करेगी. टूर्नामेंट के पहले मैच में तजाकिस्तान के खिलाफ भारत को 2-0 की बढ़त बनाने के बावजूद 4-2 से हार झेलने पड़ी थी और इस मैच में उसे हर हाल में जीत दर्ज करनी हेागी क्योंकि अगर वह यह मैच भी हार गई तो वह फाइनल की रेस से बाहर हो जाएगी.
उत्तर कोरिया भी हर हाल में जीतना चाहेगा मुकाबला
उत्तर कोरिया के लिए भी यह करो या मरो का मुकाबला है क्योंकि पहले मैच में सीरिया से 2-5 से हारने के बाद यह टीम भी फाइनल की रेस में बने रहना चाहेगी और इसके लिए उसे भारत के खिलाफ हर हाल में जीत चाहिए होगी.
टूनार्मेट के पहले मैच में मेजबान टीम की शुरूआत दमदार रही थी और उसने कप्तान सुनील छेत्री के दो गाले के दम पर पहले हाफ 2-0 से बढ़त बना ली थी. हालांकि, दूसरे हाफ मैच पूरी तरह से पलट गया और तजाकिस्तान ने धमाकेदार वापसी करते हुए अप्रत्याशित जीत दर्ज की.
पहले हाफ में भारत के अटैक और डिफेंस में बेहतरीन सामंजस्य दिखा. ऐसा प्रतीत हो रहा था कि टीम नए कोच इगोर स्टीमाक की फिलॉशफी को समझ गई है और प्रतियोगिता की शुरूआत जीत के साथ करगी. हालांकि, ऐसा हो नहीं पाया और भारत की डिफेंस दूसरे हाफ में फिसड्डी साबित हुई.
विश्व कप क्वालीफायर के लिए अहम इंटरकॉन्टिनेंटल कप
फीफा विश्व कप-2022 के क्वालीफायर की तैयारियों के रूप में इंटरकॉन्टिनेंटल कप जैसे टूनार्मेंट बहुत अहम हैं. ऐसे में भारतीय टीम के सहायक कोच वेंकटेश एस ने माना कि वे लगातार खिलाड़ियों का आकलन करते रहेंगे और मैच के लिए सही टीम चुनेंगे.
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने वेंकटेश के हवाले से बताया, "स्टीमाक के लिए सभी 23 खिलाड़ी बराबर हैं और हमारे पास हर पोजिशन के लिए बहुत सारे खिलाड़ी हैं. हमने देश के सर्वश्रेष्ठ 23 खिलाड़ी चुने हैं, हम हर किसी का उपयोग करना चाहते हैं और यह देखना चाहते हैं कि एक निश्चित स्थिति में वे कैसी प्रतिक्रिया देते हैं."