न्योन (स्विट्जरलैंड): इंग्लिश प्रीमियर लीग चैंपियन मैनचेस्टर सिटी को वित्तीय नियमों के गंभीर उल्लंघन के कारण अगले दो सत्रों के लिए चैंपियंस लीग से प्रतिबंधित कर दिया गया है, यूईएफए ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की.
कल्ब पर वित्तीय फेयर प्ले नियमों के 'गंभीर उल्लंघनों' के कारण 30 मिलियन यूरो (2.36 अरब रुपये) का जुर्माना भी लगाया है.
यूएफए के क्लब फाइनेंशियल कंट्रोल बॉडी (सीएफसीबी) ने एफएफपी अनुपालन प्रक्रिया के लिए साक्ष्य देते समय सिटी क्लब को स्पॉन्सरशिप राजस्व गलत पेश करने का दोषी पाया. नवंबर 2018 में एक जर्मन पत्रिका ने ईमेल और दस्तावेजों की एक सीरीज दिखाई जिसके बाद जांच शुरू की गई थी.
यूएफा के क्लब फाइनेंशियल कंट्रोल बॉडी (सीएफसीबी) के एडजुडीकेटरी चैंबर ने कहा कि मैनचेस्टर ने 2012 और 2016 के बीच रिपोर्ट सौंपी थी. जिसके मुताबिक उसने नियम तोड़ते हुए स्पॉन्सरशिप से असीमित धन कमाया है. साथ ही यह क्लब जांच सहयोग में भी असफल रहा.
यूईएफए ने एक बयान के मुताबिक, 'नियमों के उल्लंघन के दौरान क्लब ने मामले की जांच में सहयोग भी नहीं किया. चैंबर ने मैनचेस्टर सिटी फुटबॉल क्लब को निर्देश दिया कि अगले दो सत्रों यानी 2020/21 और 2021/22 सीजन) में यूएफा क्लब प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इसके अलावा उसे 30 मिलियन यूरो का जुर्माना भी अदा करना होगा.