नई दिल्ली : पाल ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारतीय कोच को ढूंढना लक्ष्य होना चाहिए क्योंकि ये ग्रासरूट स्तर पर खेल को बेहतर करने में मदद करेगा और यही चीज किसी भी टीम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर बनाती है. पाल ने कहा, "पहले तो आपको भारतीय कोच पर भरोसा होना चाहिए. अगर हम उन्हें मौका ही नहीं देंगे तो वे अपने आप को साबित कैसे करेंगे? 130 करोड़ की आबादी वाले देश में 10 भी अच्छे कोच नहीं होंगे, ऐसा कैसे हो सकता है."
भारतीयों को राष्ट्रीय फुटबॉल टीम का कोच बनने का मौका मिलना चाहिए : पॉल
भारत के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपरों में से एक सुब्रतो पाल का मानना है कि एक भारतीय भी राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कोच के रूप में सफल हो सकता है और टीम को नई ऊंचाई पर ले जा सकता है.
Subrata Pal
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बड़े विदेशी कोच को नियुक्त करने का बजट नहीं
स्टीफन कांस्टेनटाइन के इस्तीफा देने के बाद से अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) नए कोच की तलाश कर रहा है. एआईएफएफ ने पहले ही साफ कर दिया है कि उनके पास किसी बड़े विदेशी कोच को नियुक्त करने का बजट नहीं है. पाल का मानना है कि एक अच्छे भारतीय कोच को ढूंढने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं आनी चाहिए.