दिल्ली

delhi

ETV Bharat / sports

विदेश मंत्री जयशंकर ने एलएंडटी द्वारा निर्मित FIFA विश्व कप स्टेडियम का दौरा किया - world cup football

अहमद बिन अली स्टेडियम का 18 दिसम्बर को उद्घाटन किया गया था. इस स्टेडियम ने उद्घाटन के बाद अल साद और अल अरबी क्लबों के बीच आमिर कप के हाई प्रोफाइल फाइनल की मेजबानी की थी. इस इवेंट में फीफा के अध्यक्ष गियानी इंफैंटीनो और अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल के अलावा कई अन्य गणमान्य लोगों ने शिरकत की थी.

Dr. Jaishankar
Dr. Jaishankar

By

Published : Dec 28, 2020, 9:40 PM IST

दोहा :भारत के विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ने कतर में भारत के राजदूत डॉ. दीपक मित्तल के साथ सोमवार शाम को एक भारतीय फर्म द्वारा निर्मित 2022 फीफा वर्ल्ड कप के आयोजन स्थल-अहमद बिन अली स्टेडियम का दौरा किया. फीफा विश्व कप कतर 2022 एलएलसी के चेयरमैन हिज हाइनेस हसन अल थवादी और सीईओ हिज हाइनेस नासेर अल खातेर ने स्टेडियम में जयशंकर के साथ आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और उन्हें पिच, कम्पटीशन एरिया और वीवीआईपी सीटिंग एरिया सहित स्टेडियम का पूरा टूर कराया.

इस दौरान सीनियर अधिकारियों ने स्टेडियम के सस्टेनेबिलिटी फीचर्स के अलावा एडवांस्ड कूलिंग सिस्टम के बारे में प्रतिनिधिमंडल को बताया. एडवांस्ड कूलिंग सिस्टम 2022 फीफा विश्व कप होस्टिंग प्लान का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है.

अहमद बिन अली स्टेडियम

यह भी पढ़ें- टिम पेन को आउट देने के तरीके से ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने जताई नाराजगी

अहमद बिन अली स्टेडियम का 18 दिसम्बर को उद्घाटन किया गया था. इस स्टेडियम ने उद्घाटन के बाद अल साद और अल अरबी क्लबों के बीच आमिर कप के हाई प्रोफाइल फाइनल की मेजबानी की थी. इस इवेंट में फीफा के अध्यक्ष गियानी इंफैंटीनो और अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल के अलावा कई अन्य गणमान्य लोगों ने शिरकत की थी.

40 हजार दर्शकों की क्षमता वाले इस स्टेडियम को 2022 वर्ल्ड कप के दौरान राउंड ऑफ 16 स्टेज के सात मैचों की मेजबानी करनी है. इसके अलावा यह स्टेडियम कतर स्टार्स लीग (क्यूएसएल) टीम अल रयान का घरेलू स्टेडियम होगा.

स्टेडियम की सबसे विशिष्ट विशेषता एक शानदार अग्रभाग है, जिसमें जो पैटर्न शामिल किए गए हैं वो कतर के विभिन्न पहलुओं की विशेषता का बखान करते हैं. इन पहलुओं में परिवार का महत्व, रेगिस्तान की सुंदरता, देशी वनस्पतियों और जीवों तथा स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रमुख हैं. एक पांचवां आकार भी इस स्टेडयम के अग्रभाग में जो एक ढाल की तरह है और ताकत और एकता का प्रतिनिधित्व करता है और जो विशेष रूप से अल रेयान शहर के लिए प्रासंगिक है.

मजेदार बात यह है कि कतर में भारतीयों की बड़ी संख्या है. मध्य पूर्व के इस देश में कुल जनसंख्या में 25 फीसदी हिस्सेदारी भारतीयों की है.

जयशंकर के दौरे के बाद 2022 फीफा विश्व कप की तैयारियों के लिए बनाई गई सर्वोच्च समिति-सुप्रीम कमिटि फॉर डिलिवरी एंड लेगेसी (एससी) के चेयरमैन के अलावा महासचिव पद पर आसीन हसन अल थवादी कहा, "हम अल रयान में स्थित अहमद बिन अली स्टेडियम में भारत सरकार के विदेश मंत्री एच.ई. (हिज हाईनेस) सुब्रमण्यम जयशंकर की मेजबानी करके अत्यंत प्रसन्न हैं."

थवादी ने कहा, "फीफा विश्व कप कतर 2022 के स्टेडियम प्रोजेक्ट के तहत तैयार सभी स्टेडियमों में अहमद बिन अली स्टेडियम का लॉन्च इस बात का उदाहरण है कि टूर्नामेंट को लेकर हमारा विजन क्या है. हम सस्टेंबिलिटी, हेल्थ और सेफ्टी के साथ-साथ विदेशी कम्पनियों के साथ समझौता करते हुए कतरी कम्पनियों के लिए नए वित्तीय अवसर रास्ते खोल रहे हैं. हम इन कम्पनियों के तमाम अनुभवों का उपयोग एशिया में होने वाले दूसरे विश्व कप के माध्यम से एशिया महाद्वीप को एकीकृत कर रहे हैं."

अहमद बिन अली स्टेडियम

यह बताना जरूरी है कि विश्व कप की तैयारियों के लिए बनाई गई सर्वोच्च समिति-सुप्रीम कमिटि फॉर डिलिवरी एंड लेगेसी (एससी) ने अहमद बिन अली स्टेडियम के निर्माण का काम कतरी-भारतीय ज्वाइंट वेंचर को दिया है. इस साझेदारी के तहत भारत की सबसे बड़ी निर्माण फर्म- लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड (एल एंड टी) ने कतर के ठेकेदार अल बालाघ ट्रेडिंग एंड कॉन्ट्रैक्टिंग के साथ मिलकर वास्तुशिल्प के इस चमत्कार का निर्माण किया है.

यह भी पढ़ें- ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी से पोंटिंग हुए निराश, यही ये बात

यह पहला मौका है जब किसी भारतीय कम्पनी को फीफा विश्व कप स्टेडियम के निर्माण कार्य में शामिल किया गया है.

2022 फीफा विश्व कप एलएएलसी के सीईओ अल खातेर ने कहा, "कतर और भारत में सदियों से करीबी रिश्ता रहा है. ये दोनों देश व्यापार, संस्कृति और लोगों के बीच आपसी सम्बंधों के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े रहे हैं. अहमद बिन अली स्टेडियम के निर्माण में लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड का योगदान है और यह स्टेडियम दोनों देशों के सम्बंधों और हमारे साझा इतिहास का प्रतीक है."

खातेर ने कहा, "यह स्टेडियम आधुनिक और कास्मोपॉलिटन कतर का प्रतिनिधि है, जहां भारतीय समुदाय सबसे बड़ा नागरिक समुदाय है और यह सालों से कतर के वित्तीय विकास में अहम भूमिका निभाता आ रहा है."

ABOUT THE AUTHOR

...view details