कुआलालम्पुर: भारत ने एशियन कप 2027 फुटबॉल की मेजबानी के लिए दावेदारी की है. एशियाई फुटबॉल महासंघ ने बताया कि भारत समेत पांच देश मेजबानी की दौड़ में हैं.
एएफसी ने कहा कि अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अलावा, ईरान फुटबॉल महासंघ, कतर फुटबॉल संघ, सऊदी अरब फुटबॉल महासंघ और उजबेकिस्तान फुटबॉल महासंघ भी मेजबानी का दावा पेश कर चुके हैं.
एएफसी ने एक बयान में कहा, " एएफसी अब सभी दावेदार संघों के साथ काम करेगी और तमाम पहलुओं की समीक्षा के बाद एएफसी एशियन कप के 19वें संस्करण के मेजबान का ऐलान 2021 में किया जाएगा."
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ एएफसी अध्यक्ष शेख सलमान बिन इब्राहिम अल खलीफा ने पांचों सदस्य देशों को एशियन कप की मेजबानी में रुचि दिखाने के लिए धन्यवाद दिया है.
भारत ने कभी भी एशियन कप की मेजबानी नहीं की है. उसने अब तक चार बार इस टूर्नामेंट के क्वालीफाई किया है, लेकिन 1964 के बाद से कभी भी ग्रुप चरण से आगे नहीं बढ़ पाया है.
इन पांच देशों में से दो पहले भी 1956 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट की मेजबानी कर चुके हैं. मौजूदा चैंपियन कतर 1988 और 2011 में इसकी मेजबानी कर चुका है जबकि ईरान 1968 और 1976 में मेजबान रह चुका है. वह अपनी मेजबानी में दोनों बार खिताब जीतने वाला एशियाई फुटबाल के इतिहास में एकमात्र देश है.
बता दें कि भारत अगले साल 17 फरवरी से सात मार्च तक फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप का आयोजन करेगा. पहले यह टूर्नामेंट इस साल नवंबर में होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था.
टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल अहमदाबाद, नवी मुंबई, भुवनेश्वर और कोलकाता में होंगे. दो सेमीफाइनल तीन मार्च को नवी मुंबई और भुवनेश्वर में एक साथ होंगे. नवी मुंबई को फाइनल और तीसरे स्थान के क्लासिफिकेशन मैच की मेजबानी भी सौंपी गई है.
टूर्नामेंट के पांच मेजबान शहर अहमदाबाद, भुवनेश्वर, गुवाहाटी, कोलकाता और नवी मुंबई होंगे और 16 टीमों के बीच 32 मैचों की मेजबानी करेंगे.