नई दिल्ली:अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के कार्यकारी पैनल ने मंगलवार को आईलीग में शीर्ष पर चल रहे मोहन बागान को चैंपियन घोषित किया.
एआईएफएफ ने अपनी लीग समिति की सिफारिशों को स्वीकृति दे दी जिसमें कोरोनावायरस के कारण देश भर में लॉकडाउन को देखते हुए आईलीग के बाकी बचे 28 मैचों को रद करने और शीर्ष पर चल रहे मोहन बागान को चैम्पियन घोषित करने की सिफारिश की गई थी.
एआईएफएफ ने विज्ञप्ति में कहा, "कार्यकारी समिति लीग समिति की सिफारिशों से सहमत है कि ये अप्रत्याशित हालात हैं और एआईएफएफ तथा सभी हितधारकों को प्राथमिकता के आधार पर खिलाड़ियों, अधिकारियों और प्रशंसकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए."
उन्होंने कहा, "अब भी कुछ स्पष्ट नहीं है कि देश भर में कब फुटबॉल सहित अन्य खेल गतिविधियां दोबारा शुरू होंगी."
लीग समिति ने शनिवार को अपनी सिफारिशें कार्यकारी समिति के समक्ष रखी थीं. समिति के फैसलों के अनुसार 2019-20 सत्र संपन्न माना जाएगा और मोहन बागान को 2019-20 सत्र का विजेता घोषित किया गया.
लीग की बाकी बची इनामी राशि (चैंपियन की इनामी राशि को छोड़कर) बाकी बचे 10 प्रतिस्पर्धी क्लबों के बीच समान अनुपात में बांटी जाएगी. हालांकि कोई टीम निचली लीग में नहीं खेलेगी और ना ही लीग सत्र के लिए कोई व्यक्तिगत इनामी राशि दी जाएगी.
साथ ही मौजूदा सत्र की सभी युवा लीग समाप्त मानी जाएंगी और 2020-21 सत्र में नई लीग होगी.
इससे पहले एआईएफएफ के बयान में कहा था, ‘समिति ने सिफारिश की कि 2019-20 सत्र को समाप्त माना जाए. मोहन बागान को 2019-20 सत्र के लिए हीरो आई लीग चैंपियन घोषित किया जाए क्योंकि वह 14 मार्च 2020 को निलंबित हुई हीरो आई लीग मौजूदा तालिका में शीर्ष पर बना हुआ था.'
मोहन बागान ने चार दौर खत्म होने से पहले ही खिताब अपने नाम कर लिया था, उसके सरकारी निर्देश के बाद 14 मार्च को निलंबित हुई आई लीग से पहले 16 मैचों में 39 अंक थे. ईस्ट बंगाल, मिनरवा पंजाब (दोनों के 16 मैचों में 23-23 अंक) और रीयल कश्मीर (15 मैचों में 22 अंक) के बीच दूसरे स्थान के लिए मुकाबला था.