लंदन:इटली ने बेहद रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में स्पेन को पेनल्टी शूट आउट में 4-2 से हराकर यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई.
वेम्बले स्टेडियम में मंगलवार को यूरो 2020 सेमीफाइनल में इटली के लिए जोरगिन्हो ने बेहद दबाव के बीच पेनल्टी पर विजयी गोल दागा.
निर्धारित समय और फिर अतिरिक्त समय के खेल के बाद भी दोनों टीमें 1-1 से बराबर थी जिसके बाद नतीजे के लिए पेनल्टी शूट आउट का सहारा लिया गया.
इटली को फेडेरिको चीसा ने 60वें मिनट में बढ़त दिलाई लेकिन अल्वारो मोराटा ने 80वें मिनट में स्कोर 1-1 कर दिया.
मोराटा को पहली बार टूर्नामेंट के दौरान शुरुआती एकादश में जगह नहीं मिली. टूर्नामेंट के दौरान उन्हें अपशब्दों और यहां तक कि अपने ही प्रशंसकों से जान से मारने की धमकी तक का सामना करना पड़ा.
मोराटा एक बार फिर बलि का बकरा बन सकते हैं क्योंकि इटली के गोलकीपर जियानलुइगी डोनारुमा ने उनकी पेनल्टी किक को रोका जिसके बाद जोरगिन्हो ने पेनल्टी को गोल में बदल दिया. मोराटा से पहले डोनारुमा ने ओल्मो की पेनल्टी को भी रोका था.
चेल्सी के मिडफील्डर जोरगिन्हो का पेनल्टी पर शॉट खेलने का अपना तरीका है. वह धीरे से आगे आते हैं, रुकते हैं और गेंद के पास कूदकर शॉट मारते हैं। मंगलवार को भी उन्होंने इपनी इस शैली को नहीं बदला और गोल दागकर इटली को फाइनल में पहुंचाया.