नई दिल्ली :अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने कहा कि देश में क्लबों के लिए लाइसेंसिंग मानदंडों के तहत एक महिला टीम का होना अनिवार्य कर दिया गया है. उन्होंने साथ ही कहा कि फिलहाल ये लाइसेंस बी-स्तर से नीचे के लिए है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में इसे बढ़ाया जाएगा.
दास ने एआईएफएफ से कहा, "हमने अपने लाइसेंसिंग मानदंडों में क्लबों के लिए एक मापदंड रखा है कि उनके पास एक महिला टीम होनी चाहिए. हालांकि यह ए या बी-स्तर पर नहीं लेकिन कम से कम यह एक शुरुआत तो है. उम्मीद है कि जिस तरह से हमारे युवा विकास कार्यक्रम ने धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ी है और अब काफी अच्छा कर रही है. यही चीज हमारी महिला फुटबाल के साथ भी होगी और अधिक से अधिक क्लब हमारी राष्ट्रीय प्रतियोगिता (हीरो आईडब्ल्यूएल) में टीमों को मैदान में उतारेंगे."