नई दिल्ली : भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल को एशिया कप के लिए चुनी गयी 17 सदस्यीय भारतीय टीम में जगह नहीं मिली जिससे वह एक बार फिर विश्व कप मैचों को खेलने से चूकने के कगार पर है. पिछले दो विश्व कप (टी20) में से चहल एक में टीम का हिस्सा नहीं थे जबकि 2022 टी20 विश्व कप में टीम में होने के बाद भी उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला.
चहल के लिए हालांकि टीम के दरवाजे पूरी तरह से बंद नहीं हुए है क्योंकि कप्तान रोहित शर्मा ने टीम चयन के बाद सोमवार को कहा था कि घरेलू सरजमी पर इस साल अक्टूबर नवंबर में होने वाले विश्व कप के लिए इन 17 खिलाड़ियों से बाहर से भी कोई टीम में जगह बना सकता है.
चहल कभी बीच के ओवरों में भारतीय गेंदबाजी की रीढ़ माने जाते थे. उनकी और कुलदीप यादव की कलाई की स्पिनरों की जोड़ी को 'कुल-चा' के उपनाम से जाना जाता है. कुलदीप टीम में जगह बनाये रखने में सफल रहे है लेकिन चयनकर्ताओं ने चहल की जगह अक्षर पटेल पर भरोसा जताया है जो रविंद्र जडेजा की तरह गेंद और बल्ले दोनों से योगदान दे सकते हैं.
भारतीय टीम प्रबंधन विश्व कप में तेज गेंदबाजों पर अधिक भरोसा कर रहा है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कुलदीप, जडेजा और अक्षर जैसे स्पिनर बीच के ओवरों में टीम को लगातार अंतराल पर विकेट दिला पायेंगे.
यह भी सवाल उठ रहा कि चहल को टीम में नहीं रखने से क्या भारत को एक बार फिर पिछले एशिया कप की तरह खामियाजा उठाना होगा. आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के आधार पर वरुण चक्रवर्ती को राष्ट्रीय टीम में जगह दी गयी थी लेकिन यह अबूझ स्पिनर अपनी छाप छोड़ने में पूरी तरह से विफल रहा.
एशिया कप में अगर भारतीय टीम का यह गेंदबाजी संयोजन कारगर नहीं रहता तो घरेलू मैदान पर 50 ओवर की सबसे बड़ी प्रतियोगिता से पहले टीम को अपने विकल्पों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. टीम में दाएं हाथ के कलाई के स्पिनर के अलावा कोई ऑफ स्पिन गेंदबाज भी नहीं है.