हैदराबाद:युवा क्रिकेटर यश ढुल अगले साल होने वाले अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कमान संभालेंगे. आईसीसी के इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम का एलान रविवार को हुआ. चार बार की चैंपियन भारतीय टीम टूर्नामेंट में अपना पहला मुकाबला 15 जनवरी को खेलेगी. आंध्र प्रदेश के एसके रशीद को भारतीय टीम का उप-कप्तान बनाया गया है. अंडर-19 विश्व कप अगले साल 14 जनवरी से वेस्टइंडीज की मेजबानी में खेला जाएगा, जिसका फाइनल मैच पांच फरवरी को होगा.
बताते चलें, अंडर-19 वर्ल्ड कप का यह 14वां सीजन है, जिसमें 16 टीमें 4 ग्रुप में बांटी जाएंगी. इनमें भारत सबसे सफल टीम है, जिसने साल 2000, 2008, 2012 और 2018 में इस टूर्नामेंट का खिताब जीता है.
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शेड्यूल की बात करें तो भारतीय टीम 15 जनवरी को गयाना में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला मुकाबला खेलेगी. फिर 19 को आयरलैंड और 22 जनवरी को युगांडा से भिड़ंत होगी. ऐसे में अब दिल्ली के यश ढुल पर जिम्मेदारी रहेगी कि वह एक बार फिर से भारत को खिताब दिलाएं. यश दिल्ली के जनकपुरी इलाके से ताल्लुक रखते हैं. पश्चिमी दिल्ली ने भारत को कई दिग्गज क्रिकेटर दिए हैं, जिसमें वीरेंद्र सहवाग, इशांत शर्मा, आशीष नेहरा, विराट कोहली और गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ी शामिल हैं.
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पिता ने छोड़ दी थी नौकरी
यश के पिता एक कॉस्मेटिक ब्रांड के साथ काम करते थे. मगर अपने बेटे के कैरियर को बनाने के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी थी. एक इंटरव्यू में यश के पिता ने कहा, मुझे यह सुनिश्चित करना था कि मेरे बेटे को कम उम्र में ही खेलने से लिए सबसे अच्छी किट मिले. उसके पास सिर्फ एक बल्ला नहीं था, मैं उन्हें अपग्रेड करता रहा. इसके लिए हमने अपने खर्चों में कटौती कर दी थी. मेरे पिता आर्मी मैन थे. उन्हें जो पेंशन मिलती थी, उससे घर चलाया जाता था. यश हमेशा हैरान होता था कि हम कैसे ये सब मैनेज कर रहे हैं.
कोई नहीं है रोल मॉडल
यश के क्रिकेट सफर की शुरुआत दरअसल घर की छत से हुई. वह जब छोटे थे तो घर की छत पर ही क्रिकेटर खेला करते थे. बाद में उन्होंने पेशेवर कैरियर बनाने की सोची, जिसमें उनके परिवार ने पूरा साथ दिया. 11 साल की उम्र में यश ने क्रिकेट का ककहरा सीखने के लिए बाल भवन स्कूल एकेडमी ज्वॉइन की थी. दाएं हाथ से मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने वाले धुल को एक साल बाद यानी 12 साल की उम्र में ही दिल्ली की अंडर-14 टीम में शामिल होने का मौका मिल गया.
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यश किसी भी खिलाड़ी को अपना रोल मॉडल नहीं मानते हैं. यश की माने तो, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो भी खिलाड़ी खेलता है, उससे काफी कुछ सीखा जा सकता है. वो हर किसी के खेल को बारीकी से फॉलो करते हैं और किसी की नकल नहीं करते.
अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम:
यश ढुल (कप्तान), हरनूर सिंह, अंगक्रिश रघुवंशी, एसके रशीद (उप-कप्तान), निशांत सिंधु, सिद्धार्थ यादव, अनीश्वर गौतम, दिनेश बाना, आराध्य यादव (विकेट कीपर), राज अंगद बाव, मानव पारखी, कौशल तांबे, आरएस हैंगरगेकर, वासु वत्सो, विक्की ओस्तवाल, रवि कुमार और गर्व सांगवान.