लंदन : आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में हार के बाद भारत के एक और सपने जल्दी दम तोड़ दिया. कई मौकों पर भारतीय टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ चेजर बनने वाले विराट कोहली एक बाहर जाती गेंद पर स्लिप में कैच होकर भारतीय टीम को निराश कर दिया. इसके बाद एक-एक भारतीय बल्लेबाज आउट होता गया और लंच के पहले ही सारी टीम आउट होकर ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के सामने घुटने टेक दिए. ऐसे में कोहली व रहाणे से करिश्माई बल्लेबाजी की उम्मीदें खत्म हो गयीं.
भारतीय टीम के बल्लेबाजों के गलत शॉट सेलेक्शन पर भी सवाल उठाया जाना चाहिए और खिलाड़ियों से नाजुक मौकों पर जरूरत से ज्यादा प्रयोग से बचना चाहिए. गिल के विवादास्पद फैसले के बाद रोहित के स्वीप शॉट खेलने, पुजारा के द्वारा ऊंची जा रही गेंद पर जबरन छेड़खानी करने, कोहली के बाहर जाती गेंद पर बल्ला लगाने जैसी बातों पर सवाल पूछा जाना चाहिए. पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने भी रोहित-पुजारा-कोहली के शॉट सेलेक्शन पर सवाल उठाया था.
444 रनों का लक्ष्य हासिल करने के लिए भारत को एक अप्रत्याशित जीत हासिल करनी थी. इसके लिए कोहली और अजिंक्य रहाणे को एक लंबी पारी खेल कर विशाल स्कोर को आसान बनाने की जरूरत थी. ये दोनों ही अंतिम विशेषज्ञ बल्लेबाज पांचवे दिन मौजूद थे. लेकिन कोहली का शॉट सेलेक्शन टीम के प्रशंसकों को निराश कर गया. रोहित ने गिल के आउट देने के फैसले पर अंपायरों को और भी समय लेकर फैसला देने की गुजारिश की, ताकि आईसीसी के बड़े मैचों में ऐसे विवाद से बचा जा सके.