विराट कोहली: लीग स्टेज के हीरो नॉकआउट मैचों में साबित होते हैं जीरो, देखिए इनके डरावने आंकड़े - IND vs NZ
भारतीय टीम 15 नवंबर को न्यूजीलैंड के साथ सेमीफाइनल मैच खेलने वाली है. इस मैच में टीम के सुपरस्टार बल्लेबाज विराट कोहली से फैंस को काफी ज्यादा उम्मादें है. लेकिन विराट के आंकड़े देख हर कोई हैरान रह जाएगा. वो नॉकआउट मैचों में हमेशा विफल साबित हुए हैं.
नई दिल्ली:भारत और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी विश्व कप 2023 का सेमीफाइनल मैच बुधवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाने वाला है. इस नॉकआउट मैच में भारतीय फैंस टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने शानदार प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रही होंगे. विराट इस सीजन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन हुए हैं. उन्होंने अब तक 2 शतक और 5 अर्धशतकों के साथ 594 रन बनाए हैं. ऐसे में सेमीफाइनल मैच में विराट से एक बार फिर फैंस बड़ी पारी की उम्मीद लगा रहे है. लेकिन विराट के आईसीसी विश्व कप के नॉकआउट मैचों के आंकड़े डराने वाले है.
विराट अब तक 4 वनडे वर्ल्ड कप खेल चुके हैं. इस दौरान उनके नॉकआउट मैचों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो वो डराने वाले हैं. उन्हें पिच पर लंबी पारी और बड़े मैचों में टीम को लीड करते हुए जीत दिलाने के लिए जाना जाता है. लेकिन अगर वो इस सेमीफाइनल में भी अपने पिछले आंकड़ों के हिसाब से प्रदर्शन करते हैं तो ये टीम इंडिया के लिए आईसीसी विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल में घातक साबित हो सकता है.
वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैचों में विराट का प्रदर्शन
विराट ने 2011 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 24 रन बनाए. वो 2011 विश्व कप के सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ केवल 9 रन ही बना पाए. उनके बल्ले से 2011 के फाइनल मैच में श्रीलंका के खिलाफ मात्र 35 रन निकले.
विराट ने 2015 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ सिर्फ 3 रन बनाए. तो वहीं, 2015 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1 रन बनाकर आउट हो गए.
विराट विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल में भी अपनी बुरी किस्मत से पीछा नहीं छुड़ा पाए और सेमीफाइनल मैच में न्यूजीलैंडं के खिलाफ सिर्फ 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए.
विराट के विश्व कप 2023 के इन आंकड़ों के देख किसी भी भारतीय फैंस को डर लगेगा. लेकिन विराट के सामने 2023 विश्व कप के सेमीफाइनल में एक बार फिर से न्यूजीलैंड की टीम मौजूद है. अब उनके पास मौका होगा कि वो जिस शानदार फॉर्म में चल रहे हैं उसको ध्यान में रखते हुए एक बड़ी पारी खेली और टीम को फाइनल में पहुंचाने में योगदान देकर नॉकआउट मैचों में अपने खराब आंकड़ों को सुधारे लें.