हैदराबाद: जैसे-जैसे क्रिकेट जगत बहुप्रतीक्षित आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप 2023 के लिए तैयार हो रहा है, सभी की निगाहें टीमों, उनकी रणनीतियों और उन खिलाड़ियों पर हैं जो अपने देश के लिए खिताब जीतने के लिए महत्वपूर्ण हैं.
पिछले दो विश्व कप की उपविजेता न्यूजीलैंड इस बार खिताब जीतना चाहेगी. पिछले विश्व कप फाइनल में दोनों पारियों के 50 ओवर और फिर सुपर ओवर के बाद भी मैच टाई हो गया था. इंग्लैंड ने विश्व कप को बाउंड्री के आधार पर जीता, क्योंकि उन्होंने अपनी 50 ओवर की पारी में अधिक सीमाएं लगाईं. गौरतलब है कि 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत न्यूजीलैंड से हार गया था. यह वनडे क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी का आखिरी मैच था, जहां वह मार्टिन गुप्टिल के सीधे थ्रो पर रन आउट हो गए, जो कीवी टीम के लिए जीत पक्की करने के बिल्कुल सही समय पर आया था.
न्यूजीलैंड का मजबूत पक्ष:
1. अनुभवी नेतृत्व और मध्यक्रम
न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक और एक चतुर कप्तान हैं. दबाव की स्थिति में उनका अनुभव और शांत व्यवहार उनकी टीम की बखूबी मदद करते हैं. उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 के पहले मैच में लगी चोट के बाद वापसी की है और 29 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ अभ्यास मैच तक खेल से दूर रहे, जिसमें उन्होंने 8 चौकों की मदद से नाबाद 54 रन बनाए. और फिर 50 गेंद पहले ही खुद को रिटायर हर्ट बताकर मैदान से बाहर चले गए.
- विकेटकीपर-बल्लेबाज टॉम लैथम स्पिनरों के खिलाफ अच्छे हैं. एक स्टंपर होने के नाते, उसके लिए गेंदबाज के हाथों को पढ़ना और उसके अनुसार प्रतिक्रिया करना आसान हो जाता है. भारतीय सरजमीं पर खेलने का भी उनका रिकॉर्ड अच्छा है. लैथम ने अपने पदार्पण के बाद से वनडे में भारत में सबसे अधिक रन बनाए हैं, उन्होंने 11 पारियों में 85.89 की स्ट्राइक रेट के साथ 52.77 के बेहतरीन औसत से 475 रन बनाए हैं.
- वनडे में विलियमसन का रिकॉर्ड बताता है कि वह टीम के लिए कितने अहम हैं. उन्होंने 161 वनडे मैचों में 13 शतकों और 42 अर्द्धशतकों की मदद से 47.85 की बेहतरीन औसत और 80.99 की स्ट्राइक रेट के साथ 6,555 रन बनाए हैं.
2. बहुमुखी गेंदबाजी आक्रमण:
ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी और लॉकी फर्ग्यूसन जैसे अनुभवी तेज गेंदबाजों के साथ न्यूजीलैंड के पास एक बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण है. अलग-अलग परिस्थितियों में गेंद को स्विंग और सीम करने की उनकी क्षमता किसी भी बल्लेबाजी लाइनअप को परेशान कर सकती है. इसके अतिरिक्त, टीम के पास गुणवत्तापूर्ण स्पिनर, ईश सोढ़ी और मिशेल सैंटनर हैं, जो विविधता और गहराई प्रदान करते हैं.
- बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट आगे चलकर विकेट ले सकते हैं. डेथ ओवरों में भी वह अपनी तेज यॉर्कर से कहर बरपाते हैं. बोल्ट ने 104 वनडे मैचों में 4.94 की इकोनॉमी से 197 विकेट लिए हैं. वह अपने 200 वनडे विकेट पूरे करने से केवल तीन विकेट दूर हैं.
- टिम साउथी और लॉकी फर्ग्यूसन क्रमशः अपने अनुभव और गति से गेंदबाजी लाइनअप में एक नया आयाम जोड़ते हैं. साउथी ने सिर्फ 157 मैचों में 33.6 की औसत और 5.47 की इकॉनमी से 214 विकेट लिए हैं, जबकि फर्ग्यूसन ने सिर्फ 58 वनडे मैचों में 31.7 की औसत और 5.69 की इकॉनमी से 89 विकेट लिए हैं.
- भारतीय परिस्थितियों और ऐतिहासिक रूप से स्पिनरों के लिए अनुकूल पिचों को देखते हुए लेग स्पिनर ईश सोढ़ी टीम के लिए एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभर सकते हैं. उन्होंने अब तक न्यूजीलैंड के लिए 49 वनडे मैचों की 46 पारियों में 5.46 की इकॉनमी से 61 विकेट लिए हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 39 रन देकर 6 विकेट है.
न्यूजीलैंड की कमजोरियां: