ICC World Cup 2023: नीदरलैंड से होगी बड़े उलटफेर की उम्मीद, जानिए क्या है टीम की कमजोरी और ताकत
नीदरलैंड की टीम को 6 अक्टूबर को वर्ल्ड कप 2023 में अपना पहला मैच खेलेगी. पाकिस्तान के खिलाफ नीदरलैंड अपने अभियान की शुरूआत करने वाली है. नीदरलैंड ने आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप क्वालीफायर्स में वेस्टइंडीज जैसी मजबूत टीम को हराकर जगह बनाई थी. अब टीम के पास वर्ल्ड कप में खुद को साबित करने का बेहतरीन मौका होगा.
हैदराबाद :आईसीसी वनडे विश्व कप में नीदरलैंड की टीम अपने अभियान की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ करने वाली है. नीदरलैंड अपने पहला मैच 6 अक्टूबर को खेलेगी. नीदरलैंड की टीम ने वर्ल्ड कप 2023 के क्वालीफायर्स मैच में दो बार की विश्व विजेता टीम वेस्टइंडीज को हराकर विश्व कप में जगह बनाई है. नीदरलैंड की टीम अपना पांचवा वनडे विश्व कप खेल रही है. इससे पहले नीदरलैंड 1969, 2003, 2007 और 2011 में वर्ल्ड कप में नजर आ चुकी है. अब इस टीम के पास वर्ल्ड कप 2023 में शानदार प्रदर्शन करने का मौका है. इससे पहले हम आज आपको नीदलैंड की टीम के मजबूत पक्ष और कमजोर पक्ष के बारे में बताने वाले हैं.
ताकत नीदरलैंड की टीम को भले ही वर्ल्ड कप के लिए एक मजबूत टीम ना माना जा रहा हो लेकिन इस टीम की ताकत बाकी टीमों से अलग है. इस टीम में ऑलराउंडर्स की संख्या अच्छी-खासी है. नीदरलैंड की टीम में 6 ऑलराउंडर्स को शामिल किया गया है. इस टीम के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर्स टीम की ताकत बढ़ाते हैं. इस टीम के प्रमुख ऑलराउंडर में बेस डी लीडे शामिल हैं. उन्होंने अब तक वनडे फॉर्मेट में 765 रन बनाए हैं जबिक 24 विकेट भी उनके खाते में हैं.
बेस डी लीडे के अलावा नीदलैंड के लिए तेजा निदामानुरु और मैक्स ओ'डोड कमाल के ऑलराउंडर हैं. ये दोनों भी टीम को ताकत को और बढ़ते हुए नजर आने वाले हैं. मैक्स ओ'डॉड ने वनडे फॉर्मट में 37.35 की औसत से 1158 रन बनाए हैं. तो वहीं तेजा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ क्वालीफायर्स में तूफानी शतक लगाया था. इन खिलाड़ियों के अलावा कॉलिन एकरमैन, शारिज़ अहमद और रूलोफ वैन डेर मेरवे जैसे खिलाड़ी भी मौजूद हैं जो टीम के लिए गेंद और बल्ले से धमाल मचा सकते हैं.
कमजोरी
नीदरलैंड की टीम के लिए उनकी गेंदबाजी एक कमजोर पक्ष नजर आता है. टीम में अनुभवी स्पिनर रूलोफ वैन डेर मेरवे को स्पिन डिपार्टमेंट में एक शानदार जोड़ीदार की जरूरत है. लेकिन टीम में शामिल आर्यन दत्त अभी तक गेंद से कोई बड़ा कमाल नहीं दिखा पाए हैं. उन्होंने 25 मैचों में 48.25 की औसत के साथ केवल 20 विकेट हासिल किए हैं. तो वहीं तेज गेंदबाजी यूनिट से फ्रेड क्लासेन के टीम से बाहर होते ही टीम की तेज गेंदबाजी भी कमजोर नजर आने लगी है. ऐसे में गेंदबाजी डिपार्टमेंट में नीदरलैंड की टीम कमजोर नजर आ रही है.
खतरा
इस वर्ल्ड कप में नीदरलैंड की टीम से किसी को भी ज्यादा उम्मीदें नहीं हैं. इस टीम को ज्यादातर फैंस कमजोर टीम मान रहे हैं. नीदरलैंड के पास वर्ल्ड कप में खोने के लिए कुछ भी नहीं है. यहीं वजह उन्हें एक खतरनाक टीम के रूप में आगे बढ़ने के लिए मदद करेगी. इस वर्ल्ड कप में नीदरलैंड की टीम कोई बड़ा उलटफेर कर दे तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं होगी.
इन खिलाड़ियों को मिलेगा मौका
नीदरलैंड की टीम में 35 साल के साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट को वर्ल्ड कप के लिए शामिल किया गया है. अब उनके पास वर्ल्ड कप में डेब्यू करते हुए रन बनाने का शानदार मौका होगा. इसके साथ ही वो अपनी ऑफ स्पिन गेंदबाजी से भी कमाल दिखा सकते हैं. इस वर्ल्ड कप में लेग-ब्रैक गेंदबाज शारिज़ अहमद के पास भी बड़ा मौका है. इस 20 के स्पिनर ने अब तक नीदरलैंड के लिए केवल 11 वनडे खेले हैं.