चेन्नई :भारतीय क्रिकेट टीम 8 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच से अपने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 अभियान की शुरुआत करने वाली है. इस टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ अपने शात स्वभाव और मैच के दौरान बेहतरीन रणनीति बनाने के लिए जाने जाते हैं. राहुल इस विश्व कप को लेकर काफी ज्यादा सकारात्मक हैं. वो कप्तान रोहित शर्मा की इस टीम को काफी मजबूत और विश्व कप का खिताब जीतने का प्रबल दावेदार मानते हैं. उन्होंने विश्व कप के अपने अभियान की शुरुआत से पहले शुक्रवार को मीडिया से खुलकर बात की है. इसके साथ ही उन्होंने एक कोच के रूप में अपनी भूमिका पर भी प्रकाश डाला है.
- राहुल द्रविड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए कहा कि, 'मैं ईमानदारी से कहूं तो एक बार खेल शुरू होने के बाद टीम कप्तान की होती है. ये टीम वो है जिसे आगे ले जाने की जरूरत है, जो टीम को बताया जाता है उसे मैदान पर लागू करने की जरूरत है. इस टीम को अपने खेल पर काम करने की बस जरूरत है. एक कोच का काम टीम को तैयारी करना, टीम का निर्माण करना और खिलाड़ियों के बीच सही मानसिकता बनाए रखना होता है'.
- उन्होंने आगे कहा कि, 'कोच के रूप में हम टूर्नामेंट में एक भी रन नहीं बनाते हैं या एक भी विकेट नहीं लेते हैं. हम केवल खिलाड़ियों का समर्थन कर सकते हैं. हम खिलाड़ी में विश्वास करते हैं कि वो मैदान पर उतरकर अपना बेस्ट देंगे.
- राहुल द्रविड़ से जब पूछा गया कि विश्व कप में सुरक्षित स्कोर क्या हो सकता है. इस का हंसकर जवाब देते हुए द्रविड़ ने कहा, 'अपने विरोधी से सिर्फ एक रन अधिक. ये स्कोर एकदम सुरक्षित होता है. हर मैदान पर अलग पिच और अलग परिस्थितियां होती हैं. ऐसे में किसी भी पिच पर सुरक्षित स्कोर की भविष्यवाणी करना सही नहीं होगा'.
- भारतीय टीम को अलग-अलग स्थानों और पिचों पर मैच खेलने हैं. इस बारे में बात करते हुए द्रविड़ ने कहा कि, हर एक स्थान अलग होगा, हमें बस आकलन करना होगा और देखना होगा कि वो कैसा है. हमें विश्व कप के दौरान खुद को अलग-अलग परिस्थितियों में ढालने होगा.
- राहुल द्रविड़ से पूछा गया कि क्या उन्होंने विश्व कप के शुरुआती मैच में रचिन रवींद्र का धमाकेदार शतक देखा. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि, हाँ मैंने इस पारी को टुकड़े-टुकड़े में देखा है. मुझे लगा कि उन दोनों (रचिन रवींद्र और डेवोन कॉनवे) ने वास्तव में अच्छा खेला. उन्होंने टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड को सही में शानदार शुरुआत दी और ऐसा लग रहा है कि जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ेगा क्रिकेट का रोमांच बढ़ता जाएगा.
- इसके बाद द्रविड़ ने कहा कि, 'मैं अब खुद को एक खिलाड़ी के रूप में नहीं सोचता हूं. मैं कप्तान रोहित शर्मा के दृष्टिकोण का समर्थन करता हूं.