हैदराबाद :भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा 36 साल की उम्र में धमाकेदार कट और पुल शॉट खेलते हैं और अपने हिटमैन शो से सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लेते हैं. रोहित शर्मा का कहना है कि विश्व कप जीतना टीम के लिए अच्छा होगा. हम कड़ी मेहनत कर रहे और टीम के साथ संतुलन बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. टीम के खिलाड़ी भारत को ट्रॉफी तक ले जाएंगे. रोहित ने शनिवार को चेन्नई में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा कि, 'कप्तान बनना बहुत बड़ा सम्मान है, वह भी विश्व कप की टीम का. मैं अधूरे काम का हिस्सा नहीं बनना चाहूंगा मैं विश्व कप ट्रॉफी को जीतना चाहूंगा. विश्व कप से बड़ी कोई अन्य चीज नहीं हो सकती है ये किसी के भी करियर का सबसे बड़ा तोहफा होता है'.
- रोहित शर्मा मानते हैं कि, 'हताशा कई अन्य चीजों को जन्म दे सकती है. किसी चीज के लिए भूख दिखाना अच्छी बात है. लेकिन आपको टीम में मैच जीतने और ट्रॉफी उठाने के लिए संतुलन बनाने की जरूरत होती है. हमें चीजों को कैसे अपने पक्ष में करना है हम जानते हैं. और कुछ चीजें हमें भागवान के ऊपर छोड़नी होगी क्योंकि भाग्य बड़ी भूमिका निभाता हैं'.
- उन्होंने कहा आगे कहा कि, 'हम अपनी टीम और खिलाड़ी की क्षमता को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं. हमने पास्ट में क्या किया है कैसा क्रिकेट खेला है उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. हम आज में अच्छी क्रिकेट खेलेंगे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी कैसे खेलते हैं वो जानते हैं. हमें पिच को देखकर आकलन करना होगा कि हम कैसे खेलेंगे. हमें लाइन और लेंथ को जांच कर शॉट्स लगाने होंगे'.
- रोहित ने कहा कि, चेपॉक की पिच काफी रंग बदलती है. मैच के दिन अपनी रणनीति पर पिच और माहौल को देखकर विचार करेंगे कि हमें कौनसा शॉट खेलना है. किस लाइन और लेंथ पर गेंद डालनी हैं. चेन्नई में हर दिन एक नए दिन की तरह होता है और यहां हर दिन कुछ ना कुछ बदलता है'.
- रोहित शर्मा ने मैच के दबाव के बारे में बात करते हुए कहा कि, हर बड़े टूर्नामेंट में दबाव तो होता ही है. लेकिन हमें दबाव से निपटना आता है वो हमारे लिए काफी अहम रहने वाला है. हम सभी ने काफी क्रिकेट खेला है और हालतों को जानते हैं. दबाव को कैसे संभालते हैं. ये दबाव से गुजरते हैं ये क्रिकेट मैदान पर हमने सीखा है. दबाव के लिए आपको हमेशा मानसिक तौर पर तैयार रहना होगा. हमको सिर्फ खेल पर ध्यान देना है. मैं टीम को यही कहता हूं कि कल क्या हुआ उस पर नहीं बल्कि कल क्या होगा उस पर ध्यान देना चाहिए'.
- उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि, 'एक बल्लेबाज के रूप में मैं अच्छी शुरुआत दूंगा और कठिन काम करने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर लूंगा. घरेलू परिस्थितियों का फायदE नहीं होता है क्योंकि कई टीमों ने और उनके खिलाड़ियों ने आईपीएल, द्विपक्षीय श्रृंखला में भारतीय परिस्थितियों में बहुत अधिक क्रिकेट खेला है. स्थितियां किसी भी टीम के लिए मायने नहीं रखेंगी क्योंकि अंत में बस आपको अच्छा खेल खेलना होता है.