हैदराबाद : क्रिकेट इतिहास में ऐसे कई मौके आए हैं जब मल्टी नेशन टूर्नामेंट्स में टीमें नेट रन रेट कम होने के कारण सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाई हैं. इस समय दुनियाभर के क्रिकेट फैन्स पर वर्ल्ड कप का खुमार छाया हुआ है. फिलहाल प्वाइंट टेबल में 10 अंकों के साथ टीम इंडिया पहले नंबर पर है. भारतीय टीम अब तक खेले अपने सभी पांचों मैच जीतकर इस मुकाम तक पहुंची है. लेकिन प्वाइंट्स टेबल को देखें तो पहले स्थान पर मौजूद टीम इंडिया का नेट रन रेट +1.353 है, जबकि 4 मैच जीतकर प्वाइंट टेबल में 8 अंको के साथ दूसरे नंबर पर मौजूद दक्षिण अफ्रीकी टीम का नेट रन रेट +2.370 है. जो टीम इंडिया से कहीं बेहतर है. आइये जानते हैं कि आखिर क्या है नेट रन रेट का फॉर्मूला ? और ये इतना अहम क्यों है ?
नेट रन रेट की जरूरत क्यों ?
क्रिकेट के मैदान पर होने वाले मुकाबलों में जीतने वाली टीम को पूरे दो अंक मिलते हैं. मैच रद्द होने पर दोनों टीमों को 1-1 अंक दिया जाता है. सवाल है कि जब ये प्वाइंट सिस्टम है तो नेट रन रेट की जरूरत क्या है ? दरअसल नेट रन रेट की जरूरत वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी, आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में पड़ती है, जहां कई टीमें हिस्सा लेती हैं. ऐसे टूर्नामेंट में लीग मुकाबलों के बाद सेमीफाइनल होता है जिसके लिए टूर्नामेंट की चार बेस्ट टीमें क्वालीफाई करती हैं. प्वाइंट्स टेबल में सबसे ज्यादा अंक हासिल करने वाली टीमें सेमीफाइनल में पहुंचती हैं. लेकिन कई बार ऐसी स्थिति आती है कि चार की बजाय पांच या छह टीमों के अंक सेमीफाइनल में क्वालीफाई करने लायक होते हैं. ऐसे में नेट रन रेट से फैसला होता है. ऐसे कई मौके आए हैं जब टीमें नेट रन रेट कम होने की वजह से टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं.
नेट रन रेट का फॉर्मूला
किसी भी मैच में दोनों टीमों के रन रेट का अंतर नेट रन रेट कहलाता है और जीतने वाली टीम को प्वाइंट्स टेबल में इसका फायदा मिलता है. उदाहरण के लिए मौजूदा विश्व कप में हुए भारत और बांग्लादेश के मुकाबले में बांग्लादेश की टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 256 रन बनाए. नेट रन रेट निकालने के लिए बांग्लादेश के बनाए रनों को ओवर से भाग देना होगा. जो 256/50 = 5.12 बनता है.
टीम इंडिया ने इस मैच में 41.3 ओवर में 261 रन बनाकर जीत हासिल की थी. जिससे भारतीय टीम का रन रेट 41.3 ओवर यानी 41.50 (एक ओवर में 6 गेंद होती है, इस हिसाब से 3 गेंद होने पर .50 और 2 गेंद .333 मानेंगे ) ओवरों से निकलेगा. इस लिहाज से टीम इंडिया का रन रेट 261/41.5 = 6.28 होगा. मैच जीतने पर टीम इंडिया की ही रन रेट बेहतर होना लाजमी है इसलिये इस मैच में दोनों टीमों के बीच का अंतर नेट रन रेट कहलाएगा. इस मैच में भारतीय टीम का नेट रन रेट 6.28 - 5.12= 1.169 होगा.
अगर टीम निर्धारित ओवरों से पहले ऑल आउट हो जाए ?
ऐसा होने पर टीम का रन रेट कुल ओवरों से ही निकाला जाएगा. मसलन वनडे मुकाबलों में 50 और टी20 मुकाबले में 20 ओवर से रन रेट निकाला जाएगा, बारिश होने पर निर्धारित किए गए ओवरों से रन रेट निकाला जाएगा. हालांकि जीतने वाली टीम जितने भी ओवर में मैच जीतेगी उसका नेट रन रेट उतने ही ओवर से निकलेगा. इसलिये जितने कम ओवर में टीम मैच जीतेगी उसका रन रेट उतना ही बेहतर होगा. रनों के आधार पर जीत का अंतर भी टीम के नेट रन रेट में अच्छा खासा उछाल लाता है. नेट रन रेट में विकेटों का कोई लेना-देना नहीं है, जीतने या हारने वाली टीम के कितने विकेट गिरे इसका असर नेट रन रेट पर नहीं पड़ता है. कुल मिलाकर नेट रन रेट दोनों टीमों के प्रति ओवर में मारे गए औसत रनों का अंतर है. ये अंतर जीतने वाली टीम के खाते में प्लस के साथ और हारने वाली टीम के खाते में माइनस के साथ जुड़ता है.
इस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का नेट रन रेट
भारतीय टीम ने अब तक अपने पांचों मैच जीते हैं. इन सभी मैचों में टीम इंडिया ने जितने रन बनाए हैं, उसी आधार पर पांच मैच के बाद नेट रन रेट निकाला गया है. अब तक के पांच मैचों में टीम इंडिया का स्कोर इस तरह रहा है.
- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 41.2 ओवर में 201/4
- अफगानिस्तान के खिलाफ 35 ओवर में 273/2
- पाकिस्तान के खिलाफ 30.3 ओवर में 192/3
- बांग्लादेश के खिलाफ 41.3 ओवर में 261/3
- न्यूजीलैंड के खिलाफ 48 ओवर में 274/6