हैदराबाद: विराट कोहली की प्रेसवार्ता के बाद टीम इंडिया का कप्तानी विवाद और बढ़ गया है. साउथ अफ्रीका रवाना होने से पहले टेस्ट टीम के कप्तान कोहली ने बुधवार को प्रेसवार्ता की है. इस दरमियान उन्होंने कई तथ्यों का खुलासा किया है.
कोहली ने कहा, टी-20 की कप्तानी छोड़ने पर किसी को कोई दिक्कत नहीं थी. मुझसे नहीं कहा गया कि आप कप्तानी न छोड़ें. विराट का ये बयान बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के उस बयान से बिल्कुल उलट है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने खुद विराट से कप्तानी न छोड़ने की अपील की थी. हांलाकि, मीडिया सूत्रों ने एक बार फिर से इस पर जोर दिया है कि कोहली को कप्तानी में बदलाव करने की चर्चा का हिस्सा बनाया गया था.
विराट कोहली ने कहा, टी-20 कप्तानी को छोड़ने की बात मैंने सबसे पहले बीसीसीआई को बताया. उसको बहुत अच्छे तरह से रिसीव भी किया गया. मेरे इस निर्णय पर किसी को कोई परेशानी नहीं हुई. मुझे ये नहीं कहा गया कि आप टी-20 की कप्तानी मत छोड़िए, बल्कि उसकी तारीफ की गई थी. तब मैंने ये भी कहा था, मैं वनडे-टेस्ट की कप्तानी करना चाहूंगा, अगर सेलेक्टर्स का कुछ और फैसला न हो तो, मैंने ये ऑप्शन भी दिया था कि अगर उन्हें कुछ और लगता है तो वो उनका फैसला है.
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कोहली के इस बयान से पूरी तरह अलग बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने जब विराट कोहली को कप्तानी से हटाए जाने पर पहली प्रतिक्रिया दी थी. सौरभ ने कहा था, हमने विराट कोहली से टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ने को कहा था. सौरव गांगुली ने एक इंटरव्यू में कहा था, मैंने खुद विराट कोहली से बात कर कहा था कि वो टी-20 की कप्तानी न छोड़ें.