नई दिल्ली : भारत के करिश्माई बल्लेबाज विराट कोहली ने अहमदाबाद में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में 186 रन की लंबी पारी खेलकर आलोचकों को जवाब देने के साथ साथ आगे के लिए संकेत भी दे दिया. वह टी-20 और वन डे में शतकीय पारी खेलने के बाद काफी दिनों से टेस्ट मैच में शतक के लिए संघर्ष कर रहे थे. कोहली को टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाने के लिए 1205 दिनों तक इंतजार करना पड़ा था. कोहली की इस पारी से न सिर्फ टीम इंडिया टेस्ट मैच को ड्रा कराने में सफल हुयी, बल्कि पहली पारी में लीड लेकर ऑस्ट्रेलिया को संदेश दे दिया कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों का बल्ला जोरदार तरीके से बोलेगा.
कोहली के 28वां टेस्ट शतक लगाते ही आलोचक प्रशंसक बन गए और नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाते ही कमेंटेटर और भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री को भी कहना पड़ा कि लंबे समय बाद कोहली ने शतक लगाकर अपने ऊपर से एक बड़ा बोझ उतार दिया है. अब वह खुलकर बिना दबाव के बल्लेबाजी कर पाएंगे. अहमदाबाद में यह शतक उनकी 41 पारियों के अंतराल के बाद आया है. टेस्ट मैच में कोहली ने आखिरी शतक नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ लगाया था.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाने के बाद कोहली एक तरह से विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए और भी मजबूत इरादे से उतरेंगे. वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में इस सत्र में खेली गयी 11वीं सबसे बड़ी पारी है.