अहमदाबाद:दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ उसकी सरजमीं पर हार झेलने के बाद भारतीय टीम अब नए वनडे कप्तान रोहित शर्मा के साथ जीत की लय में आना चाहेगी, जिसमें उनके साथ कोच राहुल द्रविड़ भी शामिल हैं. रोहित-द्रविड़ की जोड़ी आगे के मैचों में 50 ओवर प्रारूप के लिए भारतीय टीम की रणनीति तय करेगी. क्योंकि यह स्पष्ट हो गया है कि सुधार के लिए टीम में थोड़े फेरबदल की जरूरत है. इसलिए रविवार से शुरू हो रही सीरीज जूझ रहे मध्यक्रम को सही करने पर ध्यान लगाया जाएगा.
पहले मैच में केएल राहुल की अनुपस्थिति और अन्य विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और रूतुराज गायकवाड़ के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद ईशान किशन रोहित के साथ पारी का आगाज करेंगे, जिन्हें टीम में शामिल किया गया है. इसके लिए मयंक अग्रवाल भी विकल्प हैं, लेकिन क्वॉरेंटीन में होने के कारण बिना ट्रेनिंग सत्र के उन्हें मैच में उतारना जोखिम भरा हो सकता है. अगर रोहित लय में हों तो किसी भी दिन किसी भी तरह के गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ा सकते हैं. सीरीज के लिए श्रेयस अय्यर उपलब्ध नहीं हैं, आक्रामक सूर्यकुमार यादव और साथ ही दीपक हुड्डा के पास भी राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को लुभाने का मौका है.
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इन दोनों के अलावा काफी कुछ निर्भर करेगा कि विराट कोहली कैसा प्रदर्शन करते हैं. भारत ने दक्षिण अफ्रीका में मध्यक्रम में वेंकटेश अय्यर को आजमाया था, लेकिन यह प्रयोग सफल नहीं रहा. गेंदबाजी की बात की जाए तो बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव वनडे टीम में वापस आ चुके हैं और पूरी उम्मीद है कि वह अपने अनुभवी जोड़ीदार युजवेंद्र चहल के साथ प्लेइंग इलेवन में शामिल होंगे. 27 साल के कुलदीप ने अपना अंतिम वनडे जुलाई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था और हाल में वह सर्जरी कराने के बाद ठीक होकर लौटे हैं. लेकिन टीम प्रबंधन ने युवा गेंदबाज रवि बिश्नोई को भी टीम में शामिल किया है और यह देखना दिलचस्प होगा कि जोधपुर में जन्में इस गुगली गेंदबाज को एक मैच खेलने को मिलता है या नहीं.
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